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कोरबा: अब बारकोड से होगा बॉयो मेडिकल वेस्ट का कलेक्शन - मेडिकल वेस्ट का कलेक्शन बारकोड से

कोरबा में अस्पातालों से बॉयो मेडिकल वेस्ट इकट्ठा करने की प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है. इसके संबंध में प्रशिक्षण सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसमें सफाईकर्मियों को ऑनलाइन बॉयो मेडिकल वेस्ट कलेक्शन की जानकारी दी गई.

प्रशिक्षण सेमिनार
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Published : Nov 16, 2019, 11:26 AM IST

Updated : Nov 16, 2019, 12:22 PM IST

कोरबा: स्वास्थ्य एवं कल्याण विभाग ने गीतांजली भवन में एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया. जिसमें बॉयो मेडिकल वेस्ट का कलेक्शन बारकोड के जरिए करने की प्रक्रिया को समझाया गया. इस प्रक्रिया से अस्पतालों से निकलने वाले संवेदनशील कचरे को सही तरीके निष्पादित करने में सहायता मिलेगी. इसमें सभी अस्पतालों के डॉक्टरों और प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था.

प्रशिक्षण सेमिनार

कई अस्पतालों में बॉयो मेडिकल वेस्ट के लिए पर्यावरण संरक्षण मंडल से अनुबंध नहीं हो सका है. अब इस प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया है. ऑनलाइन आवेदन करने के दौरान होने वाली परेशानी और अन्य बिंदुओं पर जानकारी देने के लिए सेमिनार आयोजित किया गया था. जहां स्वास्थ्य और पर्यावरण विभाग के अधिकारियों ने सभी को बॉयो मेडिकल वेस्ट कलेक्शन की विस्तारपूर्वक जानकारी दी. साथ ही भविष्य में नियमों के उल्लंघन करने पर हर दिन 1200 रुपये तक का जुर्माना करने की बात कही गई.

पढ़ें : सुकमा : ताला जड़ गायब हुए कर्मचारी, तड़पते रहे मरीज

158 अस्पतालों से कलेक्ट होता है बायो मेडिकल वेस्ट

बॉयो मेडिकल वेस्ट 3 रंगों में अलग-अलग इक्ट्ठा किया जाता है. लाल, नीला और पीला रंग के डिब्बों में इसे रखा जाता है. जिले में प्रतिदिन 158 अस्पतालों से बॉयो मेडिकल वेस्ट का कलेक्शन होता है. जिसे बरबसपुर के डंपिंग यार्ड में भेजा जाता है. जहां इसे डिस्पोज किया जाता है. फिलहाल जिले में ये काम निजी संस्थान को दिया गया है.

कोरबा: स्वास्थ्य एवं कल्याण विभाग ने गीतांजली भवन में एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया. जिसमें बॉयो मेडिकल वेस्ट का कलेक्शन बारकोड के जरिए करने की प्रक्रिया को समझाया गया. इस प्रक्रिया से अस्पतालों से निकलने वाले संवेदनशील कचरे को सही तरीके निष्पादित करने में सहायता मिलेगी. इसमें सभी अस्पतालों के डॉक्टरों और प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था.

प्रशिक्षण सेमिनार

कई अस्पतालों में बॉयो मेडिकल वेस्ट के लिए पर्यावरण संरक्षण मंडल से अनुबंध नहीं हो सका है. अब इस प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया है. ऑनलाइन आवेदन करने के दौरान होने वाली परेशानी और अन्य बिंदुओं पर जानकारी देने के लिए सेमिनार आयोजित किया गया था. जहां स्वास्थ्य और पर्यावरण विभाग के अधिकारियों ने सभी को बॉयो मेडिकल वेस्ट कलेक्शन की विस्तारपूर्वक जानकारी दी. साथ ही भविष्य में नियमों के उल्लंघन करने पर हर दिन 1200 रुपये तक का जुर्माना करने की बात कही गई.

पढ़ें : सुकमा : ताला जड़ गायब हुए कर्मचारी, तड़पते रहे मरीज

158 अस्पतालों से कलेक्ट होता है बायो मेडिकल वेस्ट

बॉयो मेडिकल वेस्ट 3 रंगों में अलग-अलग इक्ट्ठा किया जाता है. लाल, नीला और पीला रंग के डिब्बों में इसे रखा जाता है. जिले में प्रतिदिन 158 अस्पतालों से बॉयो मेडिकल वेस्ट का कलेक्शन होता है. जिसे बरबसपुर के डंपिंग यार्ड में भेजा जाता है. जहां इसे डिस्पोज किया जाता है. फिलहाल जिले में ये काम निजी संस्थान को दिया गया है.

Intro:कोरबा। सभी चिकित्सकीय संस्थानों से अब बायो मेडिकल वेस्ट का कलेक्शन बारकोड के जरिए होगा। जिससे अस्पतालों से निकलने वाले संवेदनशील कचरे का सही तरीके से निष्पादन करने में सहायता मिलेगी। संक्रमण के खतरे में कमी आएगी। इस प्रक्रिया में बंधने के लिए अस्पतालों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। प्रक्रिया को समझाने के स्वास्थ्य एवं पर्यावरण विभाग ने शुक्रवार को शहर के गीतांजलि भवन में एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया था। जहां जिले के सभी चिकित्सकीय संस्थानों के डॉक्टर व अन्य प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था।



Body:अब तक कई अस्पतालों में बायो मेडिकल वेस्ट के लिए पर्यावरण संरक्षण मंडल से अनुबंध नहीं हो सका है। अब यह प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है। ऑनलाइन आवेदन करने में होने वाली परेशानी व अन्य बिंदुओं पर जानकारी प्रदान करने के लिए ही यह सेमिनार आयोजित किया गया था। जहां स्वास्थ्य व पर्यावरण विभाग के अधिकारियों द्वारा निजी अस्पतालों व चिकित्सकों को विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। यह भी बताया गया कि भविष्य में यदि वह नियमों का उल्लंघन करते हैं, तो प्रतिदिन 1200 रुपये तक का जुर्माना अधिरोपित किया जा सकता है।


Conclusion:158 अस्पतालों से रोज कलेक्ट होता है बायो मेडिकल वेस्ट
बायो मेडिकल वेस्ट तीन रंगों में अलग अलग किया जाता है। लाल, नीला और पीला रंग के डिब्बों में रखा जाता है। जिले में प्रतिदिन 158 अस्पतालों से बायो मेडिकल वेस्ट का कलेक्शन होता है। जिसे बरबसपुर स्थित डंपिंग यार्ड में भेजा जाता है। जहां इसे नियमानुसार डिस्पोज किया जाता है। फिलहाल जिले में यह काम निजी संस्थान को दिया गया है।

बाइट
राजेंद्र वासुदेव, वैज्ञानिक पर्यावरण संरक्षण मंडल, कोरबा
डॉ राजेंद्र साहू, जिलाध्यक्ष आई एम ए
Last Updated : Nov 16, 2019, 12:22 PM IST
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