कोरबा: बैंक कर्मियों की हड़ताल शनिवार दूसरे दिन भी लगातार जारी रही, जिससे 300 करोड़ का लेन-देन प्रभावित हुआ है. बता दें कि छोटे बड़े सभी बैंकों को मिलाकर जिले में 26 बैंकों की कुल 100 शाखाएं संचालित हैं. इन सभी में 2 दिनों से कामकाज पूरी तरह ठप है. कल रविवार होने की वजह से बैंकों की छुट्टी रहेगी. औद्योगिक जिला होने के कारण जिले के व्यापारियों को बैंकों की हड़ताल से खासा परेशानी हो रही है.
बैंक कर्मियों की मांग है कि उनके कार्य करने की अवधि निर्धारित की जाए. वर्तमान में बैंक कर्मी सुबह से लेकर रात तक काम करते हैं, लेकिन उन्हें किसी तरह का ओवरटाइम नहीं दिया जाता है. बैंक कर्मियों का आरोप है कि जहां 10 स्टाफ की जरूरत है सरकार वहां 2 से ही काम चला रही है. काम का दबाव लगातार बढ़ रहा है, लेकिन वेतन अब भी पुराने ढर्रे के अनुसार ही दिया जा रहा है.
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क्लर्क और अधिकारियों की बराबर है सैलरी
बैंक कर्मियों ने बताया कि अन्य सरकारी विभागों में जितनी सैलरी क्लर्क की होती है, उतनी ही सैलरी बैंक के अधिकारियों को दी जा रही है. सामाजिक सुरक्षा के साथ ही कार्य के घंटे निर्धारित किए जाने के लिए बैंक कर्मी हड़ताल पर है.
पूरी नहीं हुई मांगें तो करेंगे अनिश्चितकालीन हड़ताल
हड़ताल के दौरान बैंककर्मियों ने आक्रोश जताते हुए नारेबाजी की है. इस दौरान बैंक कर्मी काफी गुस्से में दिखाई दिए. इस दौरान उनका कहना था कि यदि जल्द ही मांगों को स्वीकार नहीं किया गया तो आने वाले 1 अप्रैल से सभी बैंक कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे, जिससे हालात और चरमरा सकते हैं.