कोरबा: ठंड के मौसम में आवास विहीन गरीबों और जरूरतमंद लोगों के रात गुजारने के लिए शहर में तीन शेल्टर होम और रैन बसेरा संचालित हैं. इनमें से दो जगहों का ETV भारत की टीम ने जायजा लिया. यहां हमें सुविधाओं का अभाव मिला.
संजय नगर में मौजूद रैन बसेरा में प्रशासन के दावों के विपरीत 6 के स्थान पर केवल तीन ही बेड मिले, वहीं नया बस स्टैंड में संचालित रैन बसेरा में पीने का पानी तक नहीं मिला न ही यहां शौचालय की व्यवस्था दिखी.
बस्ती के बीच रैन बसेरा
रेलवे स्टेशन के करीब स्थित संजय नगर में नगर निगम का रैन बसेरा संचालित है. यह रैन बसेरा घनी आबादी के बीच में है. जिसकी वजह से लोग इसे ढूंढ ही नहीं पाते. यहां मौजूद केयरटेकर ने भी इस बात को स्वीकार करते हुए बताया कि 'बस्ती के बीच में होने की वजह से यहां लोग नहीं पहुंच पाते'.
न पीने का पानी न ही ठंड से बचने के इंतजाम
नया बस स्टैंड शहर के हृदय स्थल टीपी नगर में मौजूद हैं. यह नगर पालिक निगम का रैन बसेरा भी संचालित है. यहां ठहरे 2 जरूरतमंद ने बताया कि 'जब से वह यहां आए हैं, उन्हें पीने का पानी तक नहीं मिला. केयरटेकर से पूछने पर उसने एक बोतल दिखाई जिसमें केवल आधा बोतल ही पानी भरा हुआ था और यहां शौचालय की भी व्यवस्था नहीं थी'.
पढ़ें- बंगाल के जादूगर पहुंचे कोरबा, एक महीने तक देंगे प्रस्तुति
2 दिन पहले ही नगर पालिक निगम के आयुक्त राहुल देव ने शहर के रैन बसेरों का दौरा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे. इसके बाद भी इसके शहर के रैन बसेरों में पर्याप्त इंतजाम नहीं दिखे. जिससे कि ठंड के मौसम में जरूरतमंद लोग इन सुविधाओं का उपयोग कर सकें.