ETV Bharat / state

कोरबा: शिक्षा विभाग में अटैचमेंट का खेल, दांव पर नौनिहालों का भविष्य

जिले के करतला ब्लॉक से शिक्षा विभाग की लापरवाही का मामला सामने आया है. कहीं बच्चों को पढ़ाने के लिए पर्याप्त शिक्षक नहीं हैं, तो कहीं चंद बच्चों की उपस्थिति वाले स्कूलों में जरुरत से ज्यादा शिक्षकों को तैनात कर दिया गया है.

Attachment of teachers in Kartala block of Korba
शिक्षा विभाग में अटैचमेंट का खेल
author img

By

Published : Jan 19, 2020, 7:43 PM IST

Updated : Jan 19, 2020, 8:48 PM IST

कोरबा: शिक्षा विभाग में अटैचमेंट का खेल चल रहा है. जिसके कारण सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब बच्चों का भविष्य दांव पर है. जिस स्कूल में कम बच्चे हैं वहां शिक्षकों की संख्या ज्यादा है. जबकि ग्रामीण अंचल के स्कूलों में लगातार शिक्षकों की कमी होते जा रही है.

शिक्षा विभाग में अटैचमेंट का खेल

करतला ब्लॉक के फुलझर प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक सीएल जलतारे ने बताया कि 'हमारे प्राथमिक शाला में 15 बच्चे हैं और 4 शिक्षक हैं. जबकि कोरबा ब्लॉक के ग्राम पंचायत पहंदा का प्राथमिक शाला स्कूल 2 शिक्षकों के भरोसे चल रहा है. जबकि यहां 60 बच्चे पढ़ाई करते हैं.

मुझे इसकी जानकारी नहीं: प्रधान पाठक
प्रधान पाठक ने जरुरत से ज्यादा शिक्षकों की मौजूदगी के सवाल पर कहा कि 'ये सब जिला स्तर से तय होता है. मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है'. जाहिर सी बात है जिला स्तर के अधिकारी शिक्षा के गुणवत्ता और कसावट की बात तो कहते हैं. लेकिन धरातल की वास्तविक्ता से वह अनजान हैं.

कोरबा: शिक्षा विभाग में अटैचमेंट का खेल चल रहा है. जिसके कारण सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब बच्चों का भविष्य दांव पर है. जिस स्कूल में कम बच्चे हैं वहां शिक्षकों की संख्या ज्यादा है. जबकि ग्रामीण अंचल के स्कूलों में लगातार शिक्षकों की कमी होते जा रही है.

शिक्षा विभाग में अटैचमेंट का खेल

करतला ब्लॉक के फुलझर प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक सीएल जलतारे ने बताया कि 'हमारे प्राथमिक शाला में 15 बच्चे हैं और 4 शिक्षक हैं. जबकि कोरबा ब्लॉक के ग्राम पंचायत पहंदा का प्राथमिक शाला स्कूल 2 शिक्षकों के भरोसे चल रहा है. जबकि यहां 60 बच्चे पढ़ाई करते हैं.

मुझे इसकी जानकारी नहीं: प्रधान पाठक
प्रधान पाठक ने जरुरत से ज्यादा शिक्षकों की मौजूदगी के सवाल पर कहा कि 'ये सब जिला स्तर से तय होता है. मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है'. जाहिर सी बात है जिला स्तर के अधिकारी शिक्षा के गुणवत्ता और कसावट की बात तो कहते हैं. लेकिन धरातल की वास्तविक्ता से वह अनजान हैं.

Intro:शिक्षा विभाग में अटैचमेंट का खेल चल रहा है जिसके कारण सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब बच्चों का भविष्य दांव पर है विभाग के अधिकारी व स्कूल में पदस्थ शिक्षक आपस में सांठगांठ करके शिक्षकों को रोड के समीप वाले स्कूल में अटैच कर देते हैं जबकि ग्रामीण अंचल के स्कूल लगभग शिक्षक विहीन होने के कगार पर है हम आपको 2 स्कूलों की तस्वीर दिखाएंगे करतला ब्लॉक के ग्राम पंचायत फरसवानी के आश्रित ग्राम फुलझर के प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक सी एल जलतारे ने बताया कि हमारे प्राथमिक शाला फुलझर मैं 15 बच्चे हैं और 4 शिक्षक हैंBody:प्रधान पाठक ने आवश्यकता से अधिक शिक्षकों की मौजूदगी के सवाल पर कहां की यह सब जिला स्तर से तय होता है मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है जाहिर सी बात है जिला स्तर के अधिकारी शिक्षा के गुणवत्ता और कसावट की बात तो कहते हैं लेकिन धरातल की वास्तविकता से वह अनजान हैं निजी स्वार्थ के लिए वह शिक्षकों को मनचाहे स्थान पर पदस्थापन तो दे देते हैं लेकिन यह भूल जाते हैं कि जिस स्कूल से वह शिक्षक को दूसरे स्कूल भेज रहे हैं वहां की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा जाती है और नई पदस्थापना दिए जाने वाले स्थान पर आवश्यकता से अधिक शिक्षक पदस्थ हो जाते हैं जबकि कोरबा ब्लॉक के ग्राम पंचायत पहंदा के प्राथमिक शाला स्कूल में 2 शिक्षक के भरोसे 60 बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई हैConclusion:हालात ऐसे हैं कि जिस स्कूल में 60 बच्चे हैं वहां 2 शिक्षक ही पदस्थ हैं जबकि 15 बच्चों वाले स्कूल में 4-4 शिक्षकों को नियुक्ति दी गई है इस तरह की व्यवस्था से बच्चों की भविष्य दांव पर है जबकि अधिकारी अपने निजी स्वार्थ के लिए शिक्षकों की मनपसंद स्थानों पर अटैच कर रहे हैं उन्हें बच्चों की बेहतर भविष्य वहां शिक्षा से कोई सरोकार नहीं रह गया है शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण ही सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है कहीं बच्चों को पढ़ाने के लिए पर्याप्त शिक्षक नहीं है तो कहीं चंद बच्चों की उपस्थिति वाले स्कूलों में आवश्यकता से अधिक शिक्षकों को पदस्थ कर दिया गया है

बाइट - संजय कुमार ( प्राथमिक शाला स्कूल पहंदा जो वाइट कलर का चेक शर्ट और स्पोर्ट्स जैकेट पहना हुआ है
बाइट - सी एल जलतारे ( प्राथमिक शाला फुलझर ) वाइट कलर का फुल शर्ट और नीले कलर का हाफ जैकेट पहना हुआ है और इन्हीं के स्कूल में 4 शिक्षक हैं और 15 बच्चे हैं
Last Updated : Jan 19, 2020, 8:48 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.