कोरबा: जिले में हाथियों की ओर से तोड़े गए आंगनबाड़ी भवन की 1 साल बाद भी मरम्मत नहीं कराई जा सकी. पास में ही मौजूद प्राथमिक शाला के बच्चे आज भी उस ओर जाने से कतराते हैं. हाथियों ने उस दौरान इस आंगनबाड़ी से निकाल कर दो ग्रामीणों को मौत की नींद सुला दिया था. टूटी हुई दीवारें आज भी ग्रामीणों को उस काली रात याद दिला जाती हैं.
मामला जिले के फुटहामुड़ा का है. यहां 5 अगस्त 2018 को हाथियों का झुंड कटहल की गंध से गांव की ओर खींचा चला आया था. हाथियों ने गांव को खूब नुकसान पहुंचाया और ग्रामीणों के कई क्विंटल धान और कटहल चट कर गए. हाथियों के भय से गांव से बाहर आंगनबाड़ी भवन में सभी ग्रामीण छुपे हुए थे. मदमस्त हाथियों इस दौरान ग्रामीणों पर हमला कर दिया.
गुस्साए हाथियों ने आंगनबाड़ी भवन की दीवार तोड़कर दो ग्रामीण को बाहर खींच कर निकाल लिया और उनकी जान ले ली थी.
सहायिता के घर लगती है कक्षा
भवन के अभाव में आंगनबाड़ी सहायिका अब अपने घर में आंगनबाड़ी चला रही है. घर में उसने टेबल-कुर्सी लगाकर बच्चों को पढ़ाना जारी रखा है. सहायिका ज्योति बताती हैं कि उसने कई बार इसको लेकर सरपंच से कलेक्टर तक शिकायत की है. लेकिन, अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई.