कोरबा: कटघोरा में चल रहे 108 कुंडीय हरिहरात्मक यज्ञ में हिस्सा लेने विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक आचार्य धर्मेंद्र कोरबा पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने ETV भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कई मुद्दों पर खुलकर अपने विचार साझा किए.
आचार्य धर्मेंद्र ने छत्तीसगढ़ सरकार के राम वनगमन पथ को संरक्षित करने के कार्य की तारीफ की. इसके साथ ही उन्होंने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व वाली सभी धरोहरों को सहेजने के बात कही.
उन्होंने कहा कि, 'यदि इस मार्ग के संरक्षण की बात हो रही है, तो हमारे ननकाना साहब मार्ग पर भी ध्यान केंद्रित होना चाहिए. गुरु नानक देव के जाने के मार्ग को भी स्पष्ट करना चाहिए.
करतारपुर ननकाना साहिब पर बोले आचार्य
बता दें कि हाल ही में पाकिस्तान सरकार ने करतारपुर साहिब कोरिडोर को आम लोगों के लिए खोल दिया है. करतारपुर ननकाना साहिब को गुरु नानक देव की जन्मस्थली के तौर पर मान्यता प्राप्त है.
उन्होंने कहा कि, 'पाकिस्तान तो आज बना है. लाहौर का पुराना नाम लवपुर था. जहां नानक साहब के होने के निशान हैं. पाकिस्तान और बांग्लादेश हमारे पड़ोसी नहीं हैं, जो हमारे मकान पर बलपूर्वक कब्जा करें. वह पड़ोसी नहीं घुसपैठिया होता है.'
मोदी सरकार को इशारों में कहा कमजोर
आचार्य धर्मेंद्र ने कहा कि, 'जो सरकार प्रचंड बहुमत से चुनी गई है, उसे उसी प्रकार काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि, 'जो सरदार पटेल की इतनी महान मूर्ति बनाते हैं. वह उनके मार्ग का अनुसरण नहीं करते, सरदार पटेल का स्पष्ट दृष्टिकोण था कि देशद्रोहियों को सजा मिलनी चाहिए.'
महाराष्ट्र के समीकरण पर भी बोले आचार्य
महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान पर भी आचार्य धर्मेंद्र ने खुलकर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि, 'महाराष्ट्र में जो भी कुछ चल रहा है उसके पीछे प्रमुख कारण है पद लोलुपता, जो कि बिल्कुल गलत है. सरकार चलाना बेहद पवित्र कार्य होता है. यह कोई मजा लेने वाली चीज नहीं है'.