कोरबा: कुसमुंडा कोयला खदान में बीती रात एक हादसा हो गया. खदान में कोयला काट रही सरफेस माइनर मशीन ऊंचाई से नीचे गिरकर पलट गई. जानकारी के मुताबिक घटना खदान के प्राइवेट फेस में हुई है. खदान में सरफेस माइनर मशीन को अर्जुन टोप्पो चला रहा था. जहां कोयला कटिंग करते वक्त अचानक मशीन का नियंत्रण बिगड़ गया, जिसकी वजह से हादसा हो गया.
सरफेस माइनर मशीन के ड्राइवर अर्जुन टोप्पो ने बताया कि 'हादसा देर रात हुआ है, जिसमें वह तकरीबन 10-15 फीट की ऊंचाई से नीचे जा गिरा. राहत की बात यह रही कि ड्राइवर को कोई चोट नहीं आई. हादसे में मशीन को काफी नुकसान हुआ है. घटना की सूचना मिलते ही एसईसीएल के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए. अधिकारियों ने बताया कि अभी जांच जारी है. जांच के बाद ही पता चल पाएगा की हादसा कैसे हुआ है. साथ ही ड्राइवर अर्जुन टोप्पो सुरक्षित है, उसको किसी तरह की कोई चोट नहीं आई है'.
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24 जून को खदान में मजदूर की ब्लास्टिंग से हुई थी मौत
बता दें कि 24 जून को चिरमिरी कोयला खदान में भी एक बड़ा हादसा हुआ था, जिसमें एक कर्मचारी की ब्लास्टिंग के दौरान मौत हो गई थी. यह चिरमिरी के कुरासिया खदान के अंदर हुआ था. खदान में मजदूर बारूद लगा रहा था. तभी अचानक खदान में ब्लास्ट हो गया. ब्लास्ट होने से मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई थी. हादसे के बाद अब SECL प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लग रहे थे.
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एसईसीएल खदान में टला बड़ा हादसा
एसईसीएल में फिर लापरवाही देखने को मिली है. खदान में एक बड़ा हादसा टल गया. जानकारी के मुताबिक कोयला खदान के कर्मचारी तीन दिवसीय हड़ताल पर हैं, जिससे खदान में लोगों की भीड़ नहीं थी. अगर वहां कर्मचारी उपस्थित होते तो निश्चित ही बड़ा हादसा हो सकता था. ऐसे में अब SECL पर फिर लापरवाही के आरोप लगने लगे हैं.