कोरबा: कटघोरा उपजेल के एक प्रहरी को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 2 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. महिला रिश्वत की रकम जेल प्रहरी को देने पहुंची थी इसी दौरान कटघोरा में एसबीआई के समक्ष एसीबी की टीम ने जेल प्रहरी डीएस परिहार को रिश्वत की रकम के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया.
जेल में बंद कैदी को सुविधा पहुंचाने के नाम पर जेल प्रहरी ने बंदी की पत्नी से 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी. इसके बाद 10 हजार रुपए पर सहमति बनी. जब बंदी की पत्नी जेल प्रहरी को 10 हजार रुपए देने पहुंची, तब इस रिश्वत की रकम के साथ एसीबी की टीम ने जेल प्रहरी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
जेल प्रहरी ने की थी रिश्वत की मांग
पूरा मामला उपजेल कटघोरा का है, जहां विवादित जेल प्रहरी डीएस परिहार पदस्थ है. जिसने कटघोरा उपजेल में निरुद्ध बंदी शंकर लाल रजक की पत्नी से रिश्वत की मांग की थी. यह रिश्वत की मांग इसलिए की गई थी, ताकि जेल में बंद रहने के दौरान शंकर को उपयुक्त सुविधा मिले और उसके साथ मारपीट न की जाए.
पत्नी ने की ACB से शिकायत
शंकर लाल रजक काफी समय से जेल में बंद है. जिसने अलग-अलग लोगों से नौकरी लगाने और जालसाजी के नाम पर करोड़ों की ठगी की है. शंकर की पत्नी से जेल प्रहरी डीएस परिहार ने पहले तो 50 हजार रुपए की मांग की थी. ताकि शंकर को जेल में बंद रहने के दौरान सुविधाएं मिलती रहे, लेकिन शंकर की पत्नी ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो के कार्यालय बिलासपुर में कर दी.
न्यायालय से मिली रिमांड
डीएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि शिकायत के आधार पर उन्होंने खोजबीन शुरू की मंगलवार को वह कटघोरा पहुंचे थे और कटघोरा में ही एसबीआई बैंक के समक्ष जब प्रार्थीया ने जेल प्रहरी को रिश्वत के तौर पर मांगे गए 10 हजार की पेशकश की. तब आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया गया. जिसके विरुद्ध भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है. मामले में न्यायालय से रिमांड भी मिल चुकी है.