कोरबा: बेरोजगारों के पक्ष में आम आदमी पार्टी (आप) ने अब आमरण अनशन शुरू कर दिया है. पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रीतेश साहू 3 दिनों से अनशन पर बैठे हैं. शहर के सुभाष चौक पर आम आदमी पार्टी का आंदोलन जारी है. आप के पदाधिकारियों का साफ तौर पर कहना है कि प्रदेश सरकार ने शिक्षकों की भर्ती के लिए डेढ़ वर्ष पहले परीक्षा ली है. अभ्यर्थियों का चयन भी किया गया है, लेकिन अब भी नियुक्ति नहीं मिली है. बेरोजगार युवा भटक रहे हैं. उनके अभिभावक परेशान हैं. युवाओं को नौकरी देने के मामले में पूर्व की भाजपा और वर्तमान के कांग्रेस दोनों सरकारें पूरी तरह से फेल हुई है.
दरअसल, डेढ़ साल पहले 14 हजार 500 शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया था. परीक्षा में लाखों युवा शामिल हुए थे, जिनमें से योग्य उम्मीदवारों का चयन भी कर लिया गया. अब इन सभी अभ्यर्थियों के चयन के बाद किसी कारणवश प्रदेश सरकार ने नियुक्ति नहीं दी है. जिसके कारण बेरोजगार युवाओं में आक्रोश पनप रहा है.
रिक्त पदों पर भी भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग
आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदेश भर के जिलों में कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन दे रहे हैं, ताकि परीक्षा में शामिल होकर चयनित युवाओं की नियुक्ति मिल सके. आंदोलन स्थल पर चयनित अभ्यर्थी भी मौजूद हैं. पार्टी के पदाधिकारियों का यह भी आरोप है कि बेरोजगारों के पक्ष में आप के प्रदेश अध्यक्ष कोमल उपेंडी रायपुर में आमरण अनशन कर रहे थे, जिन्हें पुलिस गिरफ्तार करके ले गई थी. आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए कोरबा में प्रदेश उपाध्यक्ष आमरण अनशन पर बैठे हैं. यह आंदोलन अनिश्चितकाल के लिए है. वहीं आप ने प्रदेश के सरकारी विभागों में निचले स्तर के रिक्त पदों पर भी भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है.
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राज्यपाल ने भी लिखा सीएम को पत्र
शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर राज्यपाल अनुसुइया उइके ने भी सीएम भूपेश बघेल को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने उल्लेख किया है कि चयनित उम्मीदवार को जल्द से जल्द नियुक्ति दी जाए.
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प्रशासन के खिलाफ नहीं जाएंगे
आप के पदाधिकारियों ने लॉकडाउन की बात पर कहा है कि, लॉकडाउन में वह पूरी तरह से नियमों का पालन करेंगे. यदि प्रशासन उन्हें आंदोलन की अनुमति नहीं देगी, तो वह प्रशासन के खिलाफ नहीं जाएंगे.