कोरबाः छत्तीसगढ़ के 28वें जिले के तौर पर गौरेला-पेंड्रा-मरवाही की स्थापना हो चुकी है. जिसमें कोरबा जिले के 34 गांव शामिल किए जाएंगे. यह सभी गांव पेंड्रा जिले से लगे कोरबा जिले के अंतिम छोर के पसान क्षेत्र के हैं. इस क्षेत्र के ग्रामीणों ने पूर्व में ही पेंड्रा जिले में शामिल होने की मांग शासन से की थी. जिसकी घोषणा सोमवार को हुए उद्घाटन समारोह में सीएम भूपेश बघेल ने की है.
36 साल पहले पसान बना था उप-तहसील
पसान उप तहसील का गठन अविभाजित बिलासपुर जिले के समय 1983- 84 में हुआ था. पसान तहसील में वर्तमान समय में 82 राजस्व ग्राम हैं. इनमें से 34 गांव अब नए जिले पेंड्रा से जुड़ जाएंगे. जिनकी दूरी पेंड्रा से महज 25 से 30 किलोमीटर है, वहीं यह क्षेत्र जब कोरबा जिले में शामिल था, तब यहां के लोगों को जिला मुख्यालय जाने के लिए 115 किलोमीटर फासला तय करना पड़ता था. इस वजह से क्षेत्र के जनता ने नए जिले में शामिल होने का निर्णय लिया. जिन क्षेत्रों को नए जिले में शामिल किया गया है वहां 10 पटवारी हल्का है, जो 19 ग्राम पंचायतों में फैला हुआ है.
घोषणा के साथ ही शुरू हुई तैयारी
सोमवार को उद्घाटन समारोह में जैसे ही सीएम भूपेश बघेल ने पसान के गांव को नए जिले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में जोड़ने की घोषणा की, जिला प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी. कोरबा कलेक्टर किरण कौशल ने यह जानकारी दी कि, पसान के कुल 34 गांव नए जिले में शामिल होंगे, जिसकी तैयारी शुरू हो चुकी है. पोड़ी SDM को भी आवश्यक तैयारियों के लिए निर्देश दिया गया है.