कोरबा: प्रदेश के सबसे बड़े मिनीमाता बांगो बांध से 2 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. गर्मी के मौसम में ग्रामीण क्षेत्रों में बहने वाली नहरें और तालाब लबालब रहें, इसके लिए पानी छोड़ा गया है. यह पहली बार है जब बांगो बांध से इतनी ज्यादा मात्रा में नहरों को पानी दिया गया हो. इससे जिले के 300 तालाब पानी से लबालब होंगे.
बांगो बांध की कुल क्षमता 359.66 मीटर है. 2 दिन पहले तक बांध का जलस्तर 356.1 मीटर दर्ज किया गया है. निस्तारी के लिए नहरों में पानी छोड़ा जा रहा है. इसके लिए बांध के नीचे हाइडल प्लांट अपनी पूरी क्षमता से कार्य कर रहा है. वहीं लगातार 13 घंटे तक इसे चलाया जाएगा. पिछले 4 वर्षों में यह पहली बार है जब बांगो बांध में जलभराव 80% है. इसी वजह से कुछ दिन पहले पहली बार धान के रबी फसल के लिए भी नहरों को पानी दिया गया था.
14 औद्योगिक संस्थानों को बांगो से मिलता है पानी
जिले की औद्योगिक जरूरतों को बांगो बांध से ही पूरा किया जाता है. बांगो बांध से 14 औद्योगिक संस्थानों को पानी दिया जाता है. उद्योगों के लिए 418.95 MCM पानी पहले ही रिजर्व में रखा गया है. नगर पालिक निगम की पेयजल योजना के साथ ही NTPC, कोरबा पूर्व पावर प्लांट, HTTP, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, बालको, इंडियन ऑयल, HTPP, कोरबा पश्चिम, कुसमुंडा, गेवरा और NTPC सीपत जैसे संस्थानों को पानी दिया जाता है.
पिछ्ले 4 वर्षों में बांगो बांध में इतना रहा जलभराव -
वर्ष-जलस्तर
- 2016- 347 मीटर
- 2017- 353 मीटर
- 2018- 351 मीटर
- 2019- 350 मीटर
- 2020- 356.01 मीटर
बारिश न हुई तब भी पानी की नहीं होगी कमी
कार्यपालन अभियंता केशव कुमार ने बताया कि अगर इस साल जुलाई-अगस्त में औसत बारिश नहीं हुई, तब भी खरीफ फसल के लिए पानी की कमी नहीं होगी. अगले साल के लिए भी हमारे पास पर्याप्त मात्रा में पानी है.