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'लाल आतंक' से मुंह फेर चुके नक्सलियों को सरकार की सौगात, मुख्यधारा से जोड़ने कवायद

लाल आतंक से मुंह फेर के आत्मसमर्पण किए हुए नक्सली और नक्सल प्रभावित परिवारों के लिए जिला पंचायत सभाकक्ष में विशेष शिविर का आयोजन किया गया. जहां पुनर्वास नीति के तहत योजनाओं के लाभ की जानकारी दी गई.

'लाल आतंक' से मुंह फेर चुके आत्म समर्पित नक्सलियों को सरकार की सौगात,
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Published : Jun 20, 2019, 11:50 PM IST

Updated : Jun 21, 2019, 11:54 AM IST

कोंडागांव: जिले में आत्मसमर्पण किए हुए नक्सली और नक्सल प्रभावित परिवारों के लिए जिला पंचायत सभाकक्ष में विशेष शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने और पुनर्वास नीति के तहत योजनाओं के लाभ की जानकारी दी गई.

'लाल आतंक' से मुंह फेर चुके आत्म समर्पित नक्सलियों को सरकार की सौगात,

बता दें कि कोंडागांव जिले में पिछले सात सालों में 332 नक्सलियों ने सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर 'लाल आतंक' से मुंह फेर के आत्मसमर्पण किया था. उनको सरकार ने सभी सुविधाएं मुहैया कराने का वादा किया था, जो सरकारी कागजों तक सीमित रह गए थे.

सरकार भूल गई थी अपने वादे, समर्पितों ने दिलाया याद
समर्पित नक्सलियों का कहना है कि सरकार की ओर से उन्हें योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा था. आत्म समर्पित नक्सलियों की सरकार से शिकायत रही कि उन्हें वादे के मुताबिक न तो उचित नौकरी दी गई और न ही आवास उपलब्ध कराया गया. इसके बाद बीते 7 सालों में जिले में आत्मसमर्पण 332 नक्सलियों और उनके परिवारों को सरकार द्वारा दी गई सुविधाओं को मूर्त रूप देने के लिए शिविर का आयोजन किया गया.

किसी को रोजगार तो किसी को आवास
सरकार की पुनर्वास नीति के चलते क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों में काफी कमी आई है. सैकड़ों नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था, जिनकी मदद से पुलिसिंग कार्रवाई में भी तेजी आई थी, जिसके चलते अंदरूनी इलाकों में नक्सली आज बैकफुट पर हैं. इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन ने नक्सलियों का काउंसलिंग करते हुए योग्यता अनुसार रोजगार, आवास, शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के फॉर्म भराए गए.

'लाल आतंक' के साए से रहेंगे दूर
प्रभारी कलेक्टर नुपुर राशि ने बताया कि जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों के अंतर्गत आत्मसमर्पण नक्सली और नक्सल प्रभावित परिवारों का चिन्हांकन कर जिला कार्यालय में बुलाया गया था. इस दौरान ग्रामीणों को 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा, मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना समेत राशन कार्ड भी प्रदान किए किए गए, जिससे ग्रामीण समाज की मुख्यधारा से जुड़े हुए लोग 'लाल आतंक' के साए से दूर हो सकें.

कोंडागांव: जिले में आत्मसमर्पण किए हुए नक्सली और नक्सल प्रभावित परिवारों के लिए जिला पंचायत सभाकक्ष में विशेष शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने और पुनर्वास नीति के तहत योजनाओं के लाभ की जानकारी दी गई.

'लाल आतंक' से मुंह फेर चुके आत्म समर्पित नक्सलियों को सरकार की सौगात,

बता दें कि कोंडागांव जिले में पिछले सात सालों में 332 नक्सलियों ने सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर 'लाल आतंक' से मुंह फेर के आत्मसमर्पण किया था. उनको सरकार ने सभी सुविधाएं मुहैया कराने का वादा किया था, जो सरकारी कागजों तक सीमित रह गए थे.

सरकार भूल गई थी अपने वादे, समर्पितों ने दिलाया याद
समर्पित नक्सलियों का कहना है कि सरकार की ओर से उन्हें योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा था. आत्म समर्पित नक्सलियों की सरकार से शिकायत रही कि उन्हें वादे के मुताबिक न तो उचित नौकरी दी गई और न ही आवास उपलब्ध कराया गया. इसके बाद बीते 7 सालों में जिले में आत्मसमर्पण 332 नक्सलियों और उनके परिवारों को सरकार द्वारा दी गई सुविधाओं को मूर्त रूप देने के लिए शिविर का आयोजन किया गया.

किसी को रोजगार तो किसी को आवास
सरकार की पुनर्वास नीति के चलते क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों में काफी कमी आई है. सैकड़ों नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था, जिनकी मदद से पुलिसिंग कार्रवाई में भी तेजी आई थी, जिसके चलते अंदरूनी इलाकों में नक्सली आज बैकफुट पर हैं. इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन ने नक्सलियों का काउंसलिंग करते हुए योग्यता अनुसार रोजगार, आवास, शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के फॉर्म भराए गए.

'लाल आतंक' के साए से रहेंगे दूर
प्रभारी कलेक्टर नुपुर राशि ने बताया कि जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों के अंतर्गत आत्मसमर्पण नक्सली और नक्सल प्रभावित परिवारों का चिन्हांकन कर जिला कार्यालय में बुलाया गया था. इस दौरान ग्रामीणों को 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा, मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना समेत राशन कार्ड भी प्रदान किए किए गए, जिससे ग्रामीण समाज की मुख्यधारा से जुड़े हुए लोग 'लाल आतंक' के साए से दूर हो सकें.

Intro:

आत्मसमर्पण किये हुए नक्सली व उनके परिवार, नक्सल प्रभावित परिवारों के लिए विशेष शिविर का आयोजन आज जिला पंचायत सभाकक्ष में किया गया.....

Body:नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने पुनर्वास नीति के तहत उन्हें शासकीय नौकरी ,कृषि योग्य भूमि ,आरटीओ बसों व ट्रांसपोर्टेशन में छूट, आवास योजना, खाद्यान्न योजना, स्वास्थ्य बीमा, आधार कार्ड, राशन कार्ड, जैसी सुविधाएं सरकार द्वारा मुहैया कराई जाती रही हैं पर इन योजनाओं का लाभ धरातल पर इन्हें नहीं मिल पा रहा था आत्मसमर्पण नक्सली व उनके परिवार सरकार की इस योजना से संतुष्ट नहीं थे उनकी हालत बद से बदतर हो चली थी जिसके चलते उन्होंने अपनी व्यथा सरकार के समक्ष रखी जिस पर विचार करते हुए बीते 7 सालों में जिले में आत्मसमर्पण 332 नक्सलियों का आंकड़ा लेते हुए लगभग 240 आत्म समर्पित नक्सली व उनके परिवारों को सरकार द्वारा दी गई सुविधाओं को मूर्त रूप देने आज जिला पंचायत सभाकक्ष में पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन ने विशेष शिविर का आयोजन किया


सरकार की पुनर्वास नीति के चलते क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों में काफी कमी आई है, सैकड़ों नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था, जिनकी मदद से पुलिसिंग कार्यवाही में भी तेजी आई और जिसके चलते अंदरूनी इलाकों में नक्सली आज बैकफुट पर हैं पर इस बीच आत्म समर्पित नक्सलियों की सरकार से शिकायत रही कि उन्हें वादे के मुताबिक ना तो उचित नौकरी दी गई और ना ही आवास उपलब्ध कराया गया इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन द्वारा जिला पंचायत कार्यालय में आज विशेष शिविर का आयोजन किया गया जिसमें काउंसलिंग करते हुए योग्यता अनुसार रोजगार, आवास, शिक्षा तथा स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के फॉर्म भरे गए।


Conclusion:प्रभारी कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना सीईओ जिला पंचायत कोंडागांव ने बताया कि जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों के अंतर्गत आत्मसमर्पण नक्सली व उनके परिवार तथा नक्सल प्रभावित परिवार ग्रामीणों का चिन्ह आन कंकर जिला कार्यालय में बुलाकर उनके लिए विशेष शिविर का आयोजन किया गया जहां वे अपना आधार कार्ड राशन कार्ड स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ ले सकें इस दौरान ग्रामीणों को ₹500000 का स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान स्वास्थ्य बीमा आयुष्मान योजना के तहत तथा मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना के तहत राशन कार्ड भी प्रदाय किए गए जिले के एसपी सुजीत कुमार ने बताया कि पुनर्वास नीति की सुविधाओं के साथ-साथ पुलिस लगातार कम्युनिटी पुलिसिंग कार्यक्रम के द्वारा भी ग्रामीणों से सामंजस्य स्थापित कर उन्हें मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने प्रयासरत है जिससे ग्रामीण समाज की मुख्यधारा से जुड़े हुए लाल आतंक के साए से दूर हो सकेंगे


बाइट_सुखराम नेताम ,बयानार, रेड चेक शर्ट युवक,

बाइट_ सुनीता नाग, भोंगापाल, गुलाबी साड़ी में

बाइट_संतेश, भोंगापाल, रेड शर्ट गमछा लपेटे हुए

बाइट_गणपत कोटाई, बयानार, लाइट नीला चेक शर्ट हरा गमछा

बाइट_ नूपुर राशि पन्ना( प्रभारी कलेक्टर )कोंडागांव, सी ई ओ जिला पंचायत कोंडागांव , वाइट प्रिंटेड सलवार सूट,

बाइट_सुजीत कुमार , पुलिस अधीक्षक कोंडागांव, क्रीम कलर प्लेन शर्ट
Last Updated : Jun 21, 2019, 11:54 AM IST
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