कोंडागांव: छत्तीसगढ़ के कोंडागांव विधानसभा सीट से मोहन मरकाम और लता उसेंडी एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट पर बीते दो बार से लगातार लता उसेंडी, मोहन मरकाम से हार रही हैं. साल 2018 के वोटों का अंतर काफी मामूली रहा. जिससे इस बार कोंडागांव की जंग आसान नहीं दिख रही है.
मोहन मरकाम चौथी बार तो लता पांचवी बार लड़ रही चुनाव: लता उसेंडी लगातार पांचवीं बार विधानसभा चुनाव की लड़ाई लड़ रही है जबकि मोहन मरकाम चौथी बार चुनावी जंग लड़ रहे हैं. जिसमें दो बार साल 2003 और साल 2008 के विधानसभा चुनाव में लता को जीत मिली थी. साल 2013 और साल 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. यह चौथी बार है जब मोहन मरकाम और लता उसेंडी आमने-सामने चुनावी रण में लड़ेंगे.
मोहन मरकाम और लता उसेंडी का चुनावी सफर:
साल 2003 में लता उसेंडी ने जीता विधानसभा चुनाव: साल 2000 में छत्तीसगढ़ अलग राज्य बनने के बाद साल 2003 में प्रदेश में पहली बार विधानसभा चुनाव हुआ. इस चुनाव में लता उसेंडी ने कोंडागांव विधानसभा से चुनाव लड़ा. इस चुनाव में लता उसेंडी को 42821 वोट मिले. कांग्रेस प्रत्याशी शंकर सोढ़ी को 28700 वोट मिले. इस तरह लता उसेंडी ने शंकर सोढ़ी को 14121 वोटों से पराजित किया.
2008 के विधानसभा चुनाव में भी लता ने मारी बाजी: 2008 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में लता उसेंडी और मोहन मरकाम पहली बार आमने-सामने हुए. भारतीय जनता पार्टी से दोबारा लता उसेंडी को प्रत्याशी बनाया गया. कांग्रेस ने मोहन मरकाम को पहली बार कोंडागांव से विधानसभा चुनाव लड़ाया. इस चुनाव में लता उसेंडी को 44691 वोट मिले जबकि मोहन मरकाम ने 41920 इतने वोट हासिल किए. 2772 वोटों के अंतर से लता उसेंडी ने मोहन मरकाम को हरा दिया और कोंडागांव विधायक चुनी गई.
2013 में पलट गई कोंडागांव में बाजी: साल 2013 में कोंडागांव विधानसभा से मोहन मरकाम और लता उसेंडी फिर से चुनावी मैदान में आमने-सामने दिखे. साल 2008 में मामूली वोटों से हारने वाले मोहन मरकाम ने इस बार लता उसेंडी को हरा दिया. इस चुनाव में मोहन मरकाम को 54290 वोट मिले. लता को 49155 वोट मिले. 5135 वोटों से जीत दर्ज कर मोहन मरकाम कोंडागांव से विधायक चुने गए. राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने के बाद साल 2013 के विधानसभा चुनाव में पहली बार मोहन मरकाम ने जीत दर्ज की.
साल 2018 में पलट गई छत्तीसगढ़ की सत्ता: साल 2018 के चुनाव में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस से सत्ता परिवर्तन के साथ ही कोंडागांव से मोहन मरकाम ही जीते. इस बार मोहन मरकाम को 61582 वोट मिले जबकि भाजपा प्रत्याशी लता उसेंडी को 59786 वोट मिले. इस बार जीत का अंतर ज्यादा नहीं था. 1796 वोटों से मरकाम ने जीत दर्ज की और लगातार दूसरी बार कोंडागांव के विधायक बने.