ETV Bharat / state

4 साल से अफसरों के चक्कर काट रहा ग्रामीण आत्महत्या की अनुमति लेने पहुंचा - कोंडागांव न्यूज

कोंडागांव में आत्महत्या की अनुमति लेने एक ग्रामीण कलेक्टर कार्यालय पहुंच गया. ग्रामीण का आरोप है कि वह वनाधिकार पट्टा और आवास के लिए पिछले 4 साल से आवेदन कर रहा है, लेकिन अबतक कोई सुनवाई नहीं हुई.

permission of suicide
आत्महत्या की अनुमति मांगने पहुंचा ग्रामीण
author img

By

Published : Feb 5, 2021, 3:54 AM IST

Updated : Feb 5, 2021, 12:22 PM IST

कोंडागांव: समस्याओं के समाधान के लिए पिछले 4 साल से लगातार आवेदन देने के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो ग्रामीण आत्महत्या की अनुमति लेने के लिए कलेक्टर कार्यालय पहुंच गया. ग्राम कोसागांव के रामकुमार नेताम ने कलेक्टर कोंडागांव को आवेदन देकर राज्यपाल, सीएम और विधायक से आत्महत्या की अनुमति मांगी है.

आत्महत्या की अनुमति मांगने पहुंचा ग्रामीण

आवेदन पत्र में ग्रामीण ने लिखा है कि वह वनाधिकार पट्टा समेत कई मांगों के लिए पिछले 4 साल से अधिकारियों को आवेदन दे रहा है. जिसपर कोई भी कार्रवाई नहीं होने के कारण वह सपरिवार13 फरवरी को आत्महत्या करेगा. जिसकी अनुमति प्रदान की जाए.

पढ़ें-कोंडागांव: जनपद सदस्य दासुराम सोढ़ी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

ग्रामीण ने वनाधिकार पट्टा, आवास दिलवाने सहित अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए 4 साल में 30 से ज्यादा आवेदन अधिकारियों को दिए हैं. ग्रामीण ने लिखा है कि उसकी समस्याओं को कोई हल नहीं निकलने के कारण वह मानसिक रूप से परेशान है.

नहीं दिया जा रहा वनाधिकार पट्टा

ग्रामीण का कहना है कि उसके गांव के लोगों के कारण उसे वनाधिकार पट्टा नहीं मिल रहा है. ग्रामीण ने आरोप लगाया है कि शिकायत को गलत तरीके से लेते हुए गांव वालों ने उसका सामाजिक बहिष्कार करने के लिए बैठक रखी थी. उससे 5,051 रुपये भी वसूल किए गए. ना गांव वाले उसकी मदद कर रहे हैं ना ही अधिकारियों ने उसका साथ दिया.

कोंडागांव: समस्याओं के समाधान के लिए पिछले 4 साल से लगातार आवेदन देने के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो ग्रामीण आत्महत्या की अनुमति लेने के लिए कलेक्टर कार्यालय पहुंच गया. ग्राम कोसागांव के रामकुमार नेताम ने कलेक्टर कोंडागांव को आवेदन देकर राज्यपाल, सीएम और विधायक से आत्महत्या की अनुमति मांगी है.

आत्महत्या की अनुमति मांगने पहुंचा ग्रामीण

आवेदन पत्र में ग्रामीण ने लिखा है कि वह वनाधिकार पट्टा समेत कई मांगों के लिए पिछले 4 साल से अधिकारियों को आवेदन दे रहा है. जिसपर कोई भी कार्रवाई नहीं होने के कारण वह सपरिवार13 फरवरी को आत्महत्या करेगा. जिसकी अनुमति प्रदान की जाए.

पढ़ें-कोंडागांव: जनपद सदस्य दासुराम सोढ़ी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

ग्रामीण ने वनाधिकार पट्टा, आवास दिलवाने सहित अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए 4 साल में 30 से ज्यादा आवेदन अधिकारियों को दिए हैं. ग्रामीण ने लिखा है कि उसकी समस्याओं को कोई हल नहीं निकलने के कारण वह मानसिक रूप से परेशान है.

नहीं दिया जा रहा वनाधिकार पट्टा

ग्रामीण का कहना है कि उसके गांव के लोगों के कारण उसे वनाधिकार पट्टा नहीं मिल रहा है. ग्रामीण ने आरोप लगाया है कि शिकायत को गलत तरीके से लेते हुए गांव वालों ने उसका सामाजिक बहिष्कार करने के लिए बैठक रखी थी. उससे 5,051 रुपये भी वसूल किए गए. ना गांव वाले उसकी मदद कर रहे हैं ना ही अधिकारियों ने उसका साथ दिया.

Last Updated : Feb 5, 2021, 12:22 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.