कोंडागांव: देश भर में फैल रहे कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के मजदूरों को वापस घर लाने लगातार प्रयास कर रही है. कोंडागांव में जिला प्रशासन के आदेश के मुताबिक केशकाल के खलेमुरवेंड में स्क्रीनिंग सेंटर बनाया गया है. जहां स्वास्थ्य विभाग की टीम दूसरे राज्यों से आने वाले सभी मजदूरों का स्वास्थ्य जांच करेगी. इसके बाद मजदूरों को संबंधित ब्लॉक में 14 दिन के लिए आइसोलेशन में रखा जाएगा.
कोंडागांव के लगभग 6 हजार से ज्यादा मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. उन्हें वापस लाने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है. इसी क्रम में सोमवार को झारखंड में फंसे कोंडागांव के 37 मजदूरों को लाया गया है. खलेमुरवेंड गांव के स्क्रीनिंग सेंटर में जिनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. सभी को संबंधित गांव में 14 दिन के लिए आइसोलेशन में रखे जाने का निर्देश दिया गया. साथ ही भविष्य में आने वाले मजदूरों का भी स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद ही उन्हें आगे रवाना किया जाएगा.
स्क्रीनिंग सेंटर में की जा रही जांच
स्क्रीनिंग सेंटर के नोडल अधिकारी और डिप्टी कलेक्टर गौतम पाटिल ने बताया कि कोंडागांव जिले से 6 हजार से ज्यादा मजदूर अभी भी दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. उन सभी मजदूरों को वापस लाने जिला प्रशासन टीम गठित कर जानकारी इकट्ठा कर लिस्टिंग की कर रहा है. इसके साथ ही कोंडागांव जिले के प्रवेश द्वार खलेमुरवेंड में स्क्रीनिंग सेंटर बनाकर अन्य राज्यों से आने वाले मजदूरों का स्वास्थ्य जांच किया जा रहा है.
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आइसोलेशन में रहने के बाद ही घर जाएंगे मजदूर
जांच के दौरान अगर किसी व्यक्ति में गंभीर लक्षण दिखाई देता है तो उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती किया जाएगा. इसके साथ ही अन्य मजदूरों को जिले के सभी ब्लॉक केशकाल, फरसगांव, बड़ेराजपुर, माकड़ी, के संबंधित गांव में 14 दिन के लिए आइसोलेशन में रखा जाएगा. जिसके बाद ही वे सब अपने घर जाएंगे. इस दौरान स्क्रीनिंग सेंटर में एसडीएम दीनदयाल मंडावी, गौतम पाटिल डिप्टी कलेक्टर, शिवलाल नाग जनपद पंचायत सीईओ, राकेश साहू तहसीलदार, अमित पटेल एसडीओपी, नामेश कावड़े सीएमओ नगर पंचायत, ग्राम सरपंच सुरेंद्र नेताम और सचिव गौतम अंचला उपस्थित रहे.