कोंडागांव: जिले के केशकाल मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर बसा छोटा सा गांव कुएंमारी. इस गांव की आबादी लगभग 1422 है. कुएंमारी गांव दंडकारण्य के दूसरे सबसे ऊंचे पठार क्षेत्र में स्थित है. जहां प्राकृतिक सौंदर्यता परिपूर्ण और बेहद ही आकर्षित है. इस गांव में कई बड़े-बड़े झरने मौजूद हैं. जिसे अब प्रदेश के पर्यटन मानचित्र में लाने के लिए कवायद तेज हो रही है.
कुएंमारी की मनमोहक खूबसूरती छत्तीसगढ़ के पर्यटन मानचित्र से फिलहाल में अछूता जरूर है, लेकिन आसपास के लोग इसकी प्राकृतिक सौंदर्यता को निहारने जरूर आते हैं, लेकिन सुविधाओं और संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण ज्यादा लोग यहां तक नहीं पहुंच पाते हैं. इस क्षेत्र में लौह खनिज की भी अकूत संपदा है, लेकिन कुछ मूलभूत सुविधाएं जैसे पानी, सड़क, नेटवर्क आदि उपलब्ध न होने के कारण यह क्षेत्र पिछड़ा हुआ है. जिसकी वजह से खूबसूरत कुएंमारी लोगों की पहुंच से अछूता है. लेकिन इसकी सुंदरता को लोगों दिखाने के लिए प्रयास तेज कर दिया गया है.
पर्यटन स्थल के रुप में विकसित होगा कुएंमारी
केशकाल के प्राकृतिक गोद में बसा ग्राम कुएंमारी की प्राकृतिक सुंदरता का अब प्रदेश के लोगों को इसका अनुभव कराने के लिए गांव को विकसित करने की योजना बनाई जा रही है. कुएंमारी के आसपास लगभग 4-5 किलोमीटर के बीच लगभग 5 विशाल झरनें हैं. जिसे देखते ही आनंद की अनुभूति होती है. इस झरने को की एक झलक पाने के लिए आसपास के लोग आए दिन परिवार के साथ पहुंचते हैं. कोंडागांव कलेक्टर नीलकंठ टेकाम ने बताया कि, 'आने वाले दिनों में कुएंमारी प्रदेश के मानचित्र में अपनी अलग पहचान बनाएगा. इसके लिए कई प्रकार की योजनाओं पर विचार किया जा रहा है'.
सड़क और नेटवर्क की भी समस्या की जाएगी दूर
कुंएमारी गांव संवेदनशील होने की वजह से पिछड़ा हुआ गांव है. इस गांव में सड़क-नेटवर्क के साथ-साथ अन्य कई समस्याएं हैं. गांव की सड़कें जर्जर हो चुकी हैं, जिसके कारण यहां आने वाले सैलानियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी आवागमन में दिक्कत का सामना करना पड़ता है. इस विषय मे कलेक्टर नीलकंठ टेकाम ने कहा कि आने वाले 4-6 महीनों के भीतर इस क्षेत्र को चारों ओर से जोड़ा जाएगा. जिसके लिए सड़क निर्माण का कार्य भी शुरू करवा दिया गया है. साथ ही यहां की प्रमुख समस्याओं में से एक नेटवर्क की असुविधा को भी दूर करने के लिए योजना बनाई जा रही है.
पानी की समस्या होगी दूर
कुएंमारी में पानी की समस्या को दूर करने के लिए पिछले कई दिनों से गांव में कुआं खोदा जा रहा हैं. कुआं खोदने के काम का कोंडागांव कलेक्टर नीलकंठ टेकाम ने जायजा भी लिया.
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नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी योजना देगा दिखाई
कलेक्टर नीलकंठ टेकाम ने बताया कि, 'हम इस क्षेत्र में विकास लाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं. हमने कुएंमारी के गरवा-बाड़ी की योजना महत्वपूर्ण रूप से दर्शाया है और आने वाले दिनों में राज्य सरकार की बनाई गई योजना नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी योजना दिखाई देगी'.