कोण्डागांव : जिले में राज्य का पहला एथेनॉल प्लांट स्थापित हो रहा है.जिसकी लागत 140 करोड़ रुपए है. आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य में कोण्डागांव जिले में मक्का का उत्पादन सबसे अधिक है. इस प्लांट के बनने से किसानों के साथ साथ छत्तीसगढ़ को भी नई पहचान मिलेगी.
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा प्लांट : कोंडागांव के मक्का प्रोसेसिंग प्लांट में कूलिंग टॉवर और बॉसिंग वॉल के सारे काम पूरे कर लिए गए हैं. स्टील बाईंडिंग वर्क का काम अंतिम चरणों में हैं. फरमनटेशन कूलिंग टॉवर बनकर तैयार हो चुका है.वेयर हाउस और बायलिंग सेक्शन का काम अंतिम चरणों में है. बॉलिंग सेक्शन की यदि बात करें तो सिविल कार्य सिर्फ तीस फीसदी ही बचा है. इएसपी सेक्शन के लिए सिविल का काम पूरा हो चुका है.इसके लिए टेस्टिंग तैयार हो रही है. टरबाईन का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है. फरमनटेशन टैंक का निर्माण अंतिम चरणों में है. पर्यावरण विभाग और भू जल उपयोग के लिए स्वीकृति मिलने के बाद अब काम तेजी से हो रहा है. एथेनॉल प्लांट के लिए पीईएसओ और आईईएम से अनुमोदन मिला है.
जिले में 3.48 लाख मीट्रिक टन उत्पादन : कोण्डागांव जिले में बीते तीन-चार सालों में खरीफ और रबी दोनों सीजन में मक्का उत्पादन में रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि हुई है.इस प्लांट की स्थापना से मक्का का उत्पादन करने वाले किसानों के चेहरों पर खुशी आएगी.
किसानों को एथेनॉल उत्पादन का सीधा लाभ : कोण्डागांव जिले में खरीफ और रबी के सीजन में मक्का का उत्पादन काफी होता है. मक्का उत्पादन से जिले के लगभग 65 हजार किसान सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं. प्लांट बनने के बाद यहां बनने वाले एथेनॉल को इंडियन ऑयल कार्पोरेशन को बेचा जाएगा. जिसे पेट्रोल के साथ मिक्स करके बाजार में उतारा जाएगा.ऐसा होने पर विदेशी मुद्रा की काफी बचत होगी.