कोंडागांव : राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की खंडपीठ ने कोंडागांव में एक दिवसीय शिविर आयोजित की. शिविर में बाल अधिकारों के उल्लंघन से संबंधित प्रकरणों का निपटारा किया गया. स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की समस्याओं को सुना.
कार्यक्रम के दौरान ज्यादातर छात्र शामिल रहे, जो स्कूल की समस्याओं को लेकर शिविर में पहुंचे थे. शिविर में पहुंचे छात्रों की भीड़ देखकर जिले के विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था की कहानी खुद-ब-खुद बयां कर रही थी. दूसरी ओर दुधमुंहे बच्चों को लिए महिलाएं भी भीड़ में अपनी बारी का इंतजार कर रही थीं.
स्कूलों में समस्याओं का अंबार
शिविर में लोगों ने बताया कि स्कूल में बाउंड्रीवॉल नहीं है. शिक्षकों की कमी, शौचालय, जाति-निवास प्रमाण पत्र नहीं बनने समेत कई मामले को लेकर ग्रामीण और छात्र पहुंचे थे. बाल अधिकार से संबंधित समस्याओं को लेकर बालकों-पालकों का हुजूम उमड़ पड़ा.
हरसंभव प्रयास करने की कोशिश की जाएगी
आयोग के सदस्य यशवंत जैन ने बाल अधिकारों से संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए हरसंभव प्रयास करने की बात कही. बता दें कि जिले में समस्याओं को लेकर पहुंचने वाले ग्रामीणों की भीड़ को देखकर आयोग के सदस्य हतप्रभ रह गए.