कोंडागांव: केदार कश्यप ने कहा कि "छत्तीसगढ़ राज्य में बढ़ते धर्मांतरण के खिलाफ सजग आदिवासी समाज के लोगों के खिलाफ नारायणपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में धर्म प्रचारित करने वाले द्वारा मारपीट किया गया. जिसके विरोध में ग्रामीण जनो द्वारा प्राथमिकी जांच की मांग की गई. उसके बाद भी प्रशासन उनकी सुनवाई नहीं कर पाया. जिसका आलम यह रहा की हौसले बुलंद कर प्रचारित ज्यादा चलता रहा और 02 जनवरी 2023 को नारायणपुर में अवैध धर्मांतरित लोग द्वारा जो तोड़फोड़ किया गया और आदिवासी समाज के लोगो को मार पीट किया गया."
"पुलिस प्रशासन पर भी हमला किया गया": केदार कश्यप ने आगे कहा कि "मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन पर भी हमला किया गया. इस घटना के खिलाफ आदिवासी समाज ने कार्रवाई की मांग. परंतु उसके विपरीत ही राज्य सरकार द्वारा आदिवासी समाज के मुखिया और सनातन धर्म एवं भारतीय जनता पार्टी के समर्थक लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. उनपर गंभीर धाराओं सहित रासुका लगा कर भोले-भाले ग्रामीणजनों को प्रताड़ित किया जा रहा है."
"पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को पत्र जारी किया था": केदार कश्यप ने आगे कहा कि "डेढ़ वर्ष पूर्व सुकमा जिला के पुलिस अधीक्षक अपने थाना प्रभारियों को पत्र जारी करते धर्मांतरण एवं आदिवासी समाज के बीच टकराव की आशंका को दर्शाया था. बस्तर कमिश्नर ने सभी कलेक्टर को पत्र लिख कर बेहद संवेदनशील मुद्दा बताते रोकथाम हेतु गाइड लाइन जारी की गई थी. परंतु राज्य सरकार ने अपनी वोट बैंक पॉलिसी के चलते अवांछित रूप से धर्मांतरण को शह दिया. साथ ही अनुसूचित क्षेत्रों में चर्च उद्घाटन में राज्य सरकार के मंत्री, विधायक, सांसद, नेतागण बतौर मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हो रहे हैं. इस दमनात्मक कार्रवाई और अवैध धर्मांतरण का विरोध भारतीय जनता पार्टी करती है और आदिवासी समाज के साथ सदैव खड़ी रहेगी."