कोंडागांव : प्रदेश में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में जिला कलेक्टर नीलकंठ टेकाम ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कलेक्टर परिसर में चूड़ी निर्माण प्रशिक्षण केंद्र खोला है.
इससे महिलाओं को रोजगार मिलने के साथ ही जिले की भी शान बढ़ रही है. भारत में बहुधा चूड़ियों का निर्माण फिरोजाबाद में होता है. लेकिन अब जिले में भी चूड़ियों का निर्माण और निर्यात किया जाने लगा है. कलेक्टर नीलकंठ टेकाम के अथक प्रयासों की बदौलत कलेक्टर परिसर में चूड़ी निर्माण का प्रशिक्षण केंद्र लगाया गया है. यहां जिले की कई बेरोजगार महिलाओं और युवतियों को इससे रोजगार के अवसर मिल रहे हैं.
आत्मनिर्भर हुईं महिलाएं
इससे महिलाओं की आमदनी भी होने लगी. वे प्रतिदिन चूड़ी निर्माण से लगभग 200 से 300 रुपये कमाने लगी हैं. ये नीलकंठ की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की सोच का नतीजा है कि आज जिले की महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ा है और वे आत्मनिर्भर हुई हैं.
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बाहर से आता है रॉ मैटेरियल
प्रशिक्षण केंद्र के संचालक महीप सिंह ने बताया कि वे रॉ मैटेरियल बाहर से मंगवाते हैं. महिलाएं इनसे चूड़ियों को अलग-अलग आधुनिक डिजाइंस देती हैं, जिनकी बाजारों में अच्छी डिमांड है. उन्होंने बताया कि कांच के सामान और कांच के जो डिजाइंस इस्तेमाल होते हैं उनका भी निर्माण जल्दी ही अब कोंडागांव में ही किया जाएगा जिसकी तैयारी कलेक्टर कर रहे हैं. इसके साथ ही बहुत जल्द रॉ मैटेरियल का भी इंतजाम कोंडागांव में ही होने लगेगा.
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आज देश की महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं. कलेक्टर के एक नेक प्रयास से गांव की महिलाएं भी आज आत्मनिर्भर बन रही हैं और अन्य महिलाओं के साथ कंधे से कंधा मिला कर चल रही हैं.