ETV Bharat / state

अंधकार में लाखों छात्रों का भविष्य, सरकार अपना रही सुस्त रवैया

प्रदेश सरकार ने कॉलेज के छात्रों के भविष्य को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है. इसे लेकर छात्र नेता ने सरकार के सुस्त रवैये पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि सरकार को छात्रों के भविष्य को लेकर कोई उचित निर्णय लेना चाहिए.

government should take appropriate decision regarding exam of students
लाखों छात्रों का भविष्य अंधकार में
author img

By

Published : May 25, 2020, 1:12 PM IST

कोंडागांव: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए कॉलेजों की परीक्षा भी स्थगित कर दी गई है. नया सत्र शुरू होने वाला है, लेकिन सरकार ने इसे लेकर अब तक कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं दिए हैं कि परीक्षा होगी या नहीं.

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व छात्र नेता एवं भाजपा युवा मोर्चा नेता तोयेश चंदेल ने कहा है कि राज्य सरकार ने विद्यार्थियों को संशय में डाल रखा है. वर्तमान में कोरोना वायरस की जो महामारी फैली है, वो लंबे समय तक रहने वाली है. ऐसे में सरकार छात्रों के भविष्य को लेकर अब तक फैसला क्यों नहीं ले रही है. तोयेश चंदेल ने कहा कि सरकार की ओर से जनरल प्रमोशन की बात कही गई थी, लेकिन यह अभी तक स्पष्ट नहीं की गई है. वहीं ऑनलाइन परीक्षा होने की स्थिति में छात्रों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. ऑनलाइन परीक्षा से बस्तर के दूरस्थ क्षेत्रों के हजारों आदिवासी छात्र इससे वंचित हो जाएंगे, इन क्षेत्रों में नेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है.

पढ़े:महाराष्ट्र में संक्रमितों का आंकड़ा 50 हजार के पार, घरेलू यात्राओं के लिए परामर्श जारी

छात्र नेता ने कहा कि सरकार शराब बेचने को लेकर कैबिनेट और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ घंटों बैठक कर सकती है, लेकिन लाखों युवाओं का भविष्य अधर में है, इसे लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है. शराब बिक्री को लेकर सरकार तत्परता और छात्रों के भविष्य को लेकर सुस्त रवैया अपना रही है. सरकार का निर्णय जो भी हो तत्काल आना चाहिए, ताकि विद्यार्थी आगे के करियर के लिए फैसला ले सकें. छात्र नेता तोयेश चंदेल ने कहा कि नया सत्र शुरू होने वाला है, ऐसे में विद्यार्थियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खिच गई हैं. छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उच्च शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को उचित निर्णय लेना चाहिए.

कोंडागांव: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए कॉलेजों की परीक्षा भी स्थगित कर दी गई है. नया सत्र शुरू होने वाला है, लेकिन सरकार ने इसे लेकर अब तक कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं दिए हैं कि परीक्षा होगी या नहीं.

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व छात्र नेता एवं भाजपा युवा मोर्चा नेता तोयेश चंदेल ने कहा है कि राज्य सरकार ने विद्यार्थियों को संशय में डाल रखा है. वर्तमान में कोरोना वायरस की जो महामारी फैली है, वो लंबे समय तक रहने वाली है. ऐसे में सरकार छात्रों के भविष्य को लेकर अब तक फैसला क्यों नहीं ले रही है. तोयेश चंदेल ने कहा कि सरकार की ओर से जनरल प्रमोशन की बात कही गई थी, लेकिन यह अभी तक स्पष्ट नहीं की गई है. वहीं ऑनलाइन परीक्षा होने की स्थिति में छात्रों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. ऑनलाइन परीक्षा से बस्तर के दूरस्थ क्षेत्रों के हजारों आदिवासी छात्र इससे वंचित हो जाएंगे, इन क्षेत्रों में नेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है.

पढ़े:महाराष्ट्र में संक्रमितों का आंकड़ा 50 हजार के पार, घरेलू यात्राओं के लिए परामर्श जारी

छात्र नेता ने कहा कि सरकार शराब बेचने को लेकर कैबिनेट और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ घंटों बैठक कर सकती है, लेकिन लाखों युवाओं का भविष्य अधर में है, इसे लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है. शराब बिक्री को लेकर सरकार तत्परता और छात्रों के भविष्य को लेकर सुस्त रवैया अपना रही है. सरकार का निर्णय जो भी हो तत्काल आना चाहिए, ताकि विद्यार्थी आगे के करियर के लिए फैसला ले सकें. छात्र नेता तोयेश चंदेल ने कहा कि नया सत्र शुरू होने वाला है, ऐसे में विद्यार्थियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खिच गई हैं. छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उच्च शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को उचित निर्णय लेना चाहिए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.