कोंडागांव: मार्च 2019 में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़े कनेरा गौठान और चरागाह का लोकार्पण किया गया और साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने जिले में मौजूद सात गोठानों, मूरनार, लंजोड़ा, कुकाड़गारकापाल, लिहागांव, बैजनपुरी, हीरापुर, बालौंड का हरेली अमावस्या तिहार के दिन लोकार्पण किया गया था. हमने कनेरा गौठान का जायजा लिया.
गौठान में मौजूद नहीं थे मवेशी
इस दौरान हमने देखा कि, बड़े कनेरा के आदर्श गौठान में एक भी मवेशी मौजूद नहीं था. ये तस्वीर यह बताने के लिए काफी है कि, सिस्टम सरकार की महत्वकांक्षी नरवा, गरवा, घुरुवा और बाड़ी योजना को कैसे पलीता लगाया जा रहा है.
चारागाह में तब्दील हुआ गौठान
गौठान में मवेशी तो नदारद थे, लेकिन हां यहां ऊंची-ऊंची नेपियर घास जरूर मौजूद थी. इस दौरान हमने देखा कि स्वसहायता समूह में काम करने वाली महिलाएं इस घास को काट रही थीं.
लोकार्पण के दौरान ये जानवार थे मौजूद
लोकार्पण के वक्त गौठान गाय, बैल, भैंस, बकरी ,भेड़, मुर्गी से भरा था. लोकार्पण कार्यक्रम के कुछ दिनों के बाद आदर्श गौठान बिना मवेशियों के वीरान पड़ा है, जो सरकार की इस महत्वकांशी योजना का हाल बताने के लिए काफी है.