कोंडागांव: केशकाल वन मंडल कार्यालय से डेढ़ किलोमीटर दूर जंगल में बीते 12 घंटे से आग लगी है. आग की लपटें धीरे-धीरे सागौन प्लॉट से होकर शहर तक पहुंचने लगी है. आग लगने की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच आग बुझाने की कोशिश कर रही है.
लोग महुआ बीनने के लिए महुआ के पेड़ के आस-पास सूखे पत्तों में आग लगा देते हैं. कई बार आग को जलता हुआ ही छोड़ दिया जाता है. जो धीरे-धीरे विकराल रूप ले लेता है. बीती रात भी केशकाल वन परिक्षेत्र के वार्ड नंबर 10 और 15 के पास जंगलों में आग लग गई है. देखते ही देखते आग की लपटें पूरे क्षेत्र में फैल गई. बेशकीमती सागौन प्लाट भी इसकी चपेट में आ गई है. वन मंडल केशकाल से महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर आग लगी है, लेकिन अभी तक इसपर काबू नहीं पाया गया है.
कोंडागांव: सीमा विवाद में हो रही पेड़ों की अवैध कटाई
आग पर काबू पाने का प्रयास
वन परिक्षेत्र अधिकारी नरेश नाग ने बताया कि आग लगने की जानकारी मिलते ही उनकी टीम तत्काल मौके पर पहुंच गई थी. आग पर काबू पाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है. पहाड़ी क्षेत्र होने के चलते यहां दमकल विभाग का पहुंचना संभन नहीं है. वन्य कर्मचारी किसी प्रकार से आग बुझाने की कोशिश कर रहे हैं. नरेश नाग ने कहा कि जंगलों में आग न लगाने को लेकर कई बार ग्रामीणों को समझाइश दी जा रही है, लेकिन कुछ उपद्रवी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. नरेश नाग ने कहा कि भविष्य में इस प्रकार से यदि कोई भी व्यक्ति जंगल में आग लगते हुए पाया जाता है, उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.