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कोंडागांव : किसानों ने किया प्रदर्शन, ज्ञापन सौंपकर दी उग्र आंदोलन की चेतावनी - धान खरीदी को लेकर बोली लता उसेंडी

कोंडागांव में धान खरीदी में लिमिटेशन को लेकर किसानों ने प्रदर्शन किया और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.

Farmers rally bike rally in Kondagaon
किसानों ने धान खरीदी को लेकर सौंपा ज्ञापन
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Published : Dec 11, 2019, 9:46 PM IST

Updated : Dec 11, 2019, 11:11 PM IST

कोंडागांव : धान खरीदी में लिमिटेशन को लेकर किसान प्रदेशभर में प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार को किसानों ने शहर में बाइक रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी भी की.

कोंडागांव में धान खरीदी में लिमिटेशन को लेकर किसानों का प्रदर्शन

धान खरीदी मामले में सरकार लगातार घिरती नजर आ रही है. पहले से ही समर्थन मूल्य 2500 रुपए करने के वादे को लेकर किसानों का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ था और अब प्रति एकड़ पट्टे पर 8 क्विंटल धान की खरीदी को लेकर जिले के सभी धान खरीदी केंद्रों पर तालाबंदी कर किसानों ने और धान की खरीदी बंद करवा दी है. जगह-जगह किसान का प्रदर्शन कर रहे हैं.

पहले भी सौंपा गया था ज्ञापन
किसानों ने दो दिन पहले भी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था और मांग पूरी न होने तक केंद्रों पर धान की खरीदी-बिक्री पर रोक लगा देने की बात कही थी. बुधवार को मांग पूरी न होने पर उन्होंने दोबारा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और इस बार मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी.

मांगों का समर्थन करती दिखीं लता उसेंडी
किसानों की मांगों के समर्थन में रैली में शामिल पूर्व मंत्री लता उसेंडी ने भूपेश बघेल सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिले के सभी किसान बुधवार को कलेक्ट्रेट प्रांगण में एकत्रित हैं, जो कि सरकार की धान खरीदी की नीतियों को लेकर विरोध प्रदर्शन करने आए हैं. धान खरीदी की नीतियों में बदलाव के कारण किसान आर्थिक सामाजिक और मानसिक रूप से परेशान हैं. पिछले 1 साल से भूपेश बघेल सरकार से किसान लगातार परेशान हैं.

पढ़ें-धान खरीदी के नियमों में बदलाव को लेकर किसानों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

अपने वादों से मुकरती वर्तमान सरकार
किसान अशोक शार्दूल ने बताया कि ये सरकार हाथ में गंगा जल लेकर किसानों के हितों की बात करते हुए सत्ता में आई थी और आज वही किसान सरकार की नीतियों से परेशान हैं. खरीफ फसल के लिए जो खाद मिलनी थी वो पूरी तरह अब तक उपलब्ध नहीं हो पाई है, जबकि अब रबी फसल लेने का समय आ गया है उस पर भी सरकार ने कोई नीति अब तक स्पष्ट नहीं की है.

कोंडागांव : धान खरीदी में लिमिटेशन को लेकर किसान प्रदेशभर में प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार को किसानों ने शहर में बाइक रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी भी की.

कोंडागांव में धान खरीदी में लिमिटेशन को लेकर किसानों का प्रदर्शन

धान खरीदी मामले में सरकार लगातार घिरती नजर आ रही है. पहले से ही समर्थन मूल्य 2500 रुपए करने के वादे को लेकर किसानों का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ था और अब प्रति एकड़ पट्टे पर 8 क्विंटल धान की खरीदी को लेकर जिले के सभी धान खरीदी केंद्रों पर तालाबंदी कर किसानों ने और धान की खरीदी बंद करवा दी है. जगह-जगह किसान का प्रदर्शन कर रहे हैं.

पहले भी सौंपा गया था ज्ञापन
किसानों ने दो दिन पहले भी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था और मांग पूरी न होने तक केंद्रों पर धान की खरीदी-बिक्री पर रोक लगा देने की बात कही थी. बुधवार को मांग पूरी न होने पर उन्होंने दोबारा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और इस बार मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी.

मांगों का समर्थन करती दिखीं लता उसेंडी
किसानों की मांगों के समर्थन में रैली में शामिल पूर्व मंत्री लता उसेंडी ने भूपेश बघेल सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिले के सभी किसान बुधवार को कलेक्ट्रेट प्रांगण में एकत्रित हैं, जो कि सरकार की धान खरीदी की नीतियों को लेकर विरोध प्रदर्शन करने आए हैं. धान खरीदी की नीतियों में बदलाव के कारण किसान आर्थिक सामाजिक और मानसिक रूप से परेशान हैं. पिछले 1 साल से भूपेश बघेल सरकार से किसान लगातार परेशान हैं.

पढ़ें-धान खरीदी के नियमों में बदलाव को लेकर किसानों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

अपने वादों से मुकरती वर्तमान सरकार
किसान अशोक शार्दूल ने बताया कि ये सरकार हाथ में गंगा जल लेकर किसानों के हितों की बात करते हुए सत्ता में आई थी और आज वही किसान सरकार की नीतियों से परेशान हैं. खरीफ फसल के लिए जो खाद मिलनी थी वो पूरी तरह अब तक उपलब्ध नहीं हो पाई है, जबकि अब रबी फसल लेने का समय आ गया है उस पर भी सरकार ने कोई नीति अब तक स्पष्ट नहीं की है.

Intro:धान खरीदी मुद्दे को लेकर किसानों ने निकाली बाइक रैली, कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने रैली की शक्ल में जिले भर के किसान बाइक्स में कलेक्ट्रेट पहुंचे और सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की....Body:धान की खरीदी मामलों में सरकार लगातार घिरती नजर आ रही है, पहले से ही समर्थन मूल्य रुपए 2500 करने के वादे को लेकर किसानों का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ था और अब प्रति एकड़ पट्टे पर 8 क्विंटल धान की खरीदी को लेकर जिले के सभी धान खरीदी केंद्रों पर तालाबंदी किसानों द्वारा किया गया व धान की खरीदी बंद करवा दी गई ,जगह-जगह पर किसानों का प्रदर्शन जारी रहा।

किसानों ने दो दिन पहले भी इन मामलों को लेकर कलेक्टर कोंडागांव को ज्ञापन सौंपा था और मांग पूरी न होने तक केंद्रों पर धान की खरीदी बिक्री पर रोक लगा देने की बात कही थी पर आज पर्यंत तक मांग पूरी न होने पर उन्होंने दोबारा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और मांग पूरी ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।

बाइट_लता उसेंडी,पूर्व मंत्री
बाइट_अशोक शार्दुल, किसान
Conclusion:किसानों की मांगों के समर्थन में रैली में शामिल पूर्व मंत्री लता उसेंडी ने भी भूपेश बघेल सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिले के सभी किसान आज कलेक्ट्रेट प्रांगण में एकत्रित हैं जो कि सरकार के धान खरीदी की नीतियों को लेकर विरोध प्रदर्शन करने आए हैं,
धान खरीदी की नीतियों में बदलाव के कारण किसान आर्थिक सामाजिक व मानसिक रूप से परेशान हैं पिछले 1 साल से भूपेश बघेल सरकार से किसान लगातार परेशान हैं।

वहीं किसान अशोक शार्दूल ने बताया कि इस सरकार ने हाथ में गंगा जल लेकर किसानों के हितों की बात करते हुए सत्ता जीती थी और आज वही किसान सरकार की नीतियों से परेशान हैं।
खरीफ फसल के लिए जो खाद मिलना था वह पूरी तरह अब तक उपलब्ध नहीं हो पाया है जबकि अब रबी फसल लेने का समय आ गया है उस पर भी सरकार ने कोई नीति अब तक स्पष्ट नहीं की है।
सरकार की किसान विरोधी नीतियों से किसान लगातार परेशान हैं, यदि सरकार ने किसानों के हित में फैसले नहीं लिए तो आगे किसान उग्र आंदोलन करेंगे।
Last Updated : Dec 11, 2019, 11:11 PM IST
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