कोंडागांव: जिले के हिर्री ग्राम पंचायत में दशहरा पर मिट्टी के रावण का वध किया गया. वध करने के बाद रावण की नाभि से निकले लाल रंग को लोग अमृत मानकर माथे पर लगाए. इस प्रकार से यहां पर रावण का प्रतिकात्मक वध किया गया.
गांव के प्रमुख रमेश पांडे का कहना है कि यह सालों पुरानी परंपरा है, जिसे वे बचपन से देखते आ रहे हैं.
पहले से तैयारी
रावण की प्रतिमा बना रहे गणेश मांझी ने बताया कि वे महिनों पहले से ही प्रतिमा बनाने में जुट जाते हैं. वे पिछले दो साल से रावण की प्रतिमा बना रहे हैं.