काेंडागांव: जिला अस्पताल में तैनात लैब तकनीशियन पर मरीजों और उनके परिजनों के साथ गलत व्यवहार करने के आरोप पहले भी लगते रहे हैं. लेकिन इस बार बाकायदा इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. ईटीवी भारत ने वायरल वीडियो के आधार पर खबर भी प्रकाशित की थी. मामले में अब संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवा बस्तर संभाग जगदलपुर की ओर से कार्रवाई की गई है. जिला अस्पताल कोण्डागांव में तैनात लैब तकनीशियन नागेश कुमार नाईक को निलंबित कर दिया गया है. नागेश कुमार नाईक को ब्लड बैंक से मरीज को ब्लड नहीं देने का आरोपी पाया गया है. इसके अलावा मरीजों के परिजनों से गलत व्यवहार करने का दोषी भी पाया गया है.
24 घंटे में नहीं दे पाया था जवाब: सिविल सर्जन सह जिला अस्पताल अधीक्षक डॉ आरसी ठाकुर ने बताया कि "लैब तकनीशियन नागेश कुमार नाईक को नोटिस दिया गया था. लेकिन उसने 24 घंटे के अंदर जवाब नहीं दिया. कर्मचारी का लिखित जवाब समाधान कारक नहीं होने से सिविल सेवा आचरण नियम 1965 का स्पष्ट उल्लंघन पाया गया. इसके बाद उसे निलंबित कर दिया.
यह भी पढ़ें- Surajpur जच्चा बच्चा मौत मामला, पोस्टमार्टम के लिए कब्र से निकाला गया नवजात का शव
सीएचसी फरसगांव में रहेगा अटैच: निलंबन की अवधि में लैब तकनीशियन का मुख्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरसगांव निर्धारित किया गया है. निलंबन की अवधि के दौरान नियमानुसार जीवन-निर्वाह भत्ते की ही पात्रता होगी. ऐसा नहीं है कि अस्पताल में पहली बार यह कार्रवाई हुई है. लगातार अस्पताल में इस तरह की बातें आती रहती है. लेकिन अस्पताल प्रबंधन लगातार एक्शन भी ले रहा है. अब उम्मीद है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं नहीं होगी.