कोंडागांव: माकड़ी ब्लॉक के ग्राम पंचायतों में 15 मार्च से डिजिटल जनगणना का ट्रायल किया जा रहा है. अभी सिर्फ P मॉडल का ट्रायल लिया जा रहा है. यदि यह जनगणना सफल रही तो जल्द ही C मॉडल की जनगणना की टेस्टिंग केंद्र सरकार शुरू करेगी. इस जनगणना का परीक्षण अभी राजधानी रायपुर और कोंडागांव जिला के माकड़ी विकासखंड के ग्राम पंचायतों में किया जा रहा है. यह जनगणना टेस्टिंग निदेशालय रायपुर के प्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा की जा रही है.
छत्तीसगढ़ में 2011 के बाद जनगणना हो रही है. प्रदेश में पहली बार डिजिटल जनगणना की शुरुआत राजधानी के शहीद राजीव पांडेय वार्ड और कोंडागांव में माकड़ी तहसील से हुई है.इसे पायलट टेस्टिंग या प्री-टेस्ट भी कहा जा सकता है. इसके जरिए जनगणना में आने वाली परेशानियों को दूर करके प्रदेशभर में लोगों की गिनती शुरू की जाएगी.
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भारत के महारजिस्ट्रार कार्यालय ने 31 मार्च तक नए गांव, निकायों, ब्लॉकों और तहसीलों और जिलों की सीमाएं तय करने को कहा है. इसके अनुसार प्रदेश में बनी नई तहसीलों और ब्लॉक में शामिल गांवों की लिस्टिंग की जा रही है. सीमांकन के अनुसार ही जनगणना का आंकड़ा ब्लॉक, तहसील और जिलावार संग्रह किया जाएगा. इसमें विभागों, राजस्व मंडल, कमिश्नर, कलेक्टर और रेंज के आईजी की मदद ली जा रही है.
मोबाइल एप से डाटा किया जा रहा कलेक्ट
अब कर्मचारी घर-घर जाकर मोबाइल ऐप पर लोगों की गिनती, घर, परिवार, मकान की जानकारी लेंगे. उनके मोबाइल एप से डाटा राज्य के जनगणना निदेशालय के एप पर भेजा जाएगा. फिर इसे दिल्ली केंद्रीय डाटा सेंटर भेज दिया जाएगा. डिजिटल गिनती की वजह से इसका डाटा जल्द सार्वजनिक कर दिया जाएगा.