कोंडागांव: लॉकडाउन और कोरोना वायरस से हो रही परेशानियों से अवगत करवाने के लिए भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (भाकपा) जिला परिषद के सचिव तिलक पांडेय ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. सचिव तिलक पांडेय भाकपा कार्रकर्ताओं के साथ जिला कार्यालय पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि देश बहुत ही विषम परिस्थतियों से गुजर रहा है. अनियोजित लॉकडाउन से इस देश के गरीब मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. कोरोना वायरस से निपटने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों की योजनाओं के सही न होने के कारण न जाने कितने लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है.
ज्ञापन के जरिए भाकपा ने राष्ट्रपति को कोरोना काल की स्थितियों से अवगत कराने की कोशिश की है. इसके अलावा राज्य सरकार और केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की गई है. इसके साथ ही मजदूरों को हो रही भारी परेशानियों के बारे में ज्ञापन में बताया है. ज्ञापन में 12 घंटे कार्य दिवस करने के संबंध में सरकार के विचार को बेबुनियाद और निराधार बताया गया है.
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भाकपा ने दिए सुझाव
- आयकर के दायरे के बाहर सभी परिवारों को आगामी 6 माह तक 7 हजार 5 सौ रुपए दिए जाएं.
- हर व्यक्ति को 10 किलो अनाज हर माह मुफ्त दिया जाए.
- दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को खाना-पानी के साथ अपने घर लौटने के लिए मुफ्त परिवहन की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए.
- क्वॉरेंटाइन सेंटरों में पौष्टिक आहार दिया जाना चाहिए.
- चिकित्सा सहित सभी बुनियादी मानवीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए. साथ ही उनके साथ मानवीय व्यवहार किया जाना चाहिए.
- मनरेगा मजदूरों को 200 दिन काम उपलब्ध कराए जाने चाहिए.
- मनरेगा योजना का विस्तार शहरी गरीबों के लिए भी किया जाना चाहिए.
- मनरेगा में मजदूरी दर न्यूनतम वेतन के बराबर दिया जाए.
- काम न दे पाने की स्थिति में बेरोजगारी भत्ता दिया जाना चाहिए.