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कई उपार्जन केंद्र पर पहले दिन नहीं हुई धान खरीदी, किसान कर रहे हैं विरोध

छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हो गई है, लेकिन कई किसान और बीजेपी नेता धान खरीदी का विरोध कर रहे हैं. इसके कारण बड़ेराजपुर ब्लॉक के कई उपार्जन केंद्रों पर पहले दिन बोहनी तक नहीं हुई है.

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Published : Dec 2, 2019, 9:05 AM IST

paddy purchase did not started in 6 centres
6 केंद्रों में नहीं हुई बोहनी

कोंडागांव: 1 दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हो गई है. जिसे लेकर बांसकोट में बीजेपी नेताओं ने धान खरीदी का विरोध किया. बड़ेराजपुर ब्लॉक में धान खरीदी के लिए सात केंद्र बनाए गए हैं, लेकिन पहले दिन बांसकोट खरीदी केंद्र को छोड़कर 6 केंद्रों पर बोहनी तक नहीं हो पाई. बांसकोट खरीदी केंद्र में सिर्फ 4 किसानों ने धान बेचा है.

छत्तीसगढ़ सरकार ने 2500 रुपये में धान खरीदी का ऐलान किया था, लेकिन किसानों से 1815 रुपये और 1835 रुपये पर ही धान खरीदी की जा रही है. शेष राशि किसानों को बोनस के रूप में बाद में देने की बात कही जा रही है. इसे लेकर बीजेपी प्रदेश भर में आंदोलन कर रही है. कोंडागांव में रविवार को बीजेपी नेताओं ने नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया और इसे किसानों के साथ धोखा बताया. इस संबंध में भाजपा प्रतिनिधियों ने खरीदी केंद्र पहुंच तहसीलदार को एक ज्ञापन भी सौंपा.

पढ़े:अलग-अलग दर पर हो रही है धान की खरीदी, जानें रेट

कई केंद्रों पर नहीं हो पाई बोहनी
बांसकोट सहकारी समिति के अध्यक्ष डूडी राम मरकाम के नेतृत्व में कोंडागांव में विरोध प्रदर्शन किया गया. हालांकि, विरोध के बाद पूजा-अर्चना के साथ धान खरीदी की शुरू की गई. इस बीच टोकन लेने किसान पहुंचते रहे. यहां धान की बोहनी के समय क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी मौजूद रहे. SDM केशकाल और तहसीलदार विश्रामपुरी की उपस्थिति में यहां पूजा-अर्चना करने के पश्चात धान खरीदी शुरू हुआ. बड़ेराजपुर तहसील में धान खरीदी के लिए सात केंद्र बनाए गए हैं. जिसमें लिहागांव एक नया केंद्र खोला गया है. जहां बोहनी तक नहीं हो पाई है.

कोंडागांव: 1 दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हो गई है. जिसे लेकर बांसकोट में बीजेपी नेताओं ने धान खरीदी का विरोध किया. बड़ेराजपुर ब्लॉक में धान खरीदी के लिए सात केंद्र बनाए गए हैं, लेकिन पहले दिन बांसकोट खरीदी केंद्र को छोड़कर 6 केंद्रों पर बोहनी तक नहीं हो पाई. बांसकोट खरीदी केंद्र में सिर्फ 4 किसानों ने धान बेचा है.

छत्तीसगढ़ सरकार ने 2500 रुपये में धान खरीदी का ऐलान किया था, लेकिन किसानों से 1815 रुपये और 1835 रुपये पर ही धान खरीदी की जा रही है. शेष राशि किसानों को बोनस के रूप में बाद में देने की बात कही जा रही है. इसे लेकर बीजेपी प्रदेश भर में आंदोलन कर रही है. कोंडागांव में रविवार को बीजेपी नेताओं ने नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया और इसे किसानों के साथ धोखा बताया. इस संबंध में भाजपा प्रतिनिधियों ने खरीदी केंद्र पहुंच तहसीलदार को एक ज्ञापन भी सौंपा.

पढ़े:अलग-अलग दर पर हो रही है धान की खरीदी, जानें रेट

कई केंद्रों पर नहीं हो पाई बोहनी
बांसकोट सहकारी समिति के अध्यक्ष डूडी राम मरकाम के नेतृत्व में कोंडागांव में विरोध प्रदर्शन किया गया. हालांकि, विरोध के बाद पूजा-अर्चना के साथ धान खरीदी की शुरू की गई. इस बीच टोकन लेने किसान पहुंचते रहे. यहां धान की बोहनी के समय क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी मौजूद रहे. SDM केशकाल और तहसीलदार विश्रामपुरी की उपस्थिति में यहां पूजा-अर्चना करने के पश्चात धान खरीदी शुरू हुआ. बड़ेराजपुर तहसील में धान खरीदी के लिए सात केंद्र बनाए गए हैं. जिसमें लिहागांव एक नया केंद्र खोला गया है. जहां बोहनी तक नहीं हो पाई है.

Intro:बांसकोट में धान खरीदी का भाजपाईयों ने किया विरोध।Body:सरकारी समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हुई।

बड़ेराजपुर ब्लाक मे धान खरीदी के लिए सात खरीदी केंद्र हैं। प्रथम दिवस 6 केंद्रों में बोहनी तक नहीं हो पायी। सिर्फ बासकोट खरीदी केन्द्र में ही धान खरीदी शुरू हो सका है। यहां 4 किसानों ने धान बेचा। वैशाखराम, कृपाराम, वेदव्यास, रोहित के द्वारा धान बेचा गया।

भाजपाइयों ने विरोध जताया

शासन द्वारा 2500 रुपये में धान खरीदी का ऐलान किया गया था। किंतु किसानों को 1815 एवं 1835 रुपये ही दिया जा रहा है। शेष राशि बोनस के रूप में बाद में देने की बात कही गई है। जिसके चलते भाजपाईयों ने नारेबाजी करते हुए इसे किसानों के साथ धोखा बताया तथा इस संबंध में खरीदी केन्द्र में पहुंचे तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। जैसे ही धान खरीदी की शुरुआत हुई वैसे ही किसानों एवं भाजपाइयों ने धान खरीदी का विरोध किया।

सहकारी समिति के अध्यक्ष डूडी राम मरकाम के नेतृत्व में यहां विरोध हुआ जो कि सहकारी समिति बांसकोट के अध्यक्ष भी हैं। उन्हीं के द्वारा धान खरीदी का विरोध भी किया गया। बाद में पूजा अर्चना के साथ धान खरीदी शुरू हुआ। इस बीच टोकन लेने किसान पहुंचते रहे। रविवार को किसानों को टोकन नहीं दिया जाता किन्तु खरीदी का प्रथम दिन होने के कारण टोकन दिया गया। वहीं अन्य धान खरीदी केंद्रों में धान की बोहनी नहीं हो पाई है। Conclusion:बाकी केन्द्रों मे नहीं हो पायी बोहनी

बड़ेराजपुर तहसील में धान खरीदी के लिए सात केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें लिहागांव एक नया केंद्र खोला गया है। वहां भी बोहनी नहीं हो सका।
बांसकोट मे हु धान खरीदी की शुरुआत हुई है। यहां धान की बोहनी के समय क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी भी मौजूद थे। एसडीएम केशकाल एवं तहसीलदार विश्रामपुरी की उपस्थिति में यहां पूजा-अर्चना करने के पश्चात धान खरीदी शुरू हुआ।
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