कांकेर: जिले के ज्यादातर इलाकों में बीते 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है. बारिश की वजह से नदी-नाले ऊफान पर हैं. सोमवार रात कोयलीबेड़ा क्षेत्र के मेढ़की नदी के तेज बहाव में एक युवक बह गया था, जिसकी मौत हो गई. युवक के शव को देर रात कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया गया है.
अंतागढ़ में मेढ़की नदी ऊफान पर है, जिससे लगभग 30 गांव का संपर्क जिला और ब्लॉक मुख्यलायों से टूट गया है. मुरनार निवासी कमलेश उसेंडी सोमवार दोपहर नदी पार करते समय तेज बहाव में बह गया था. ग्रामीण दोपहर से ही युवक की तलाश कर रहे थे. देर रात युवक का शव नदी से बरामद किया गया है. शव मिलने के बाद से परिवार में मातम पसर गया है.
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कलेक्टर ने की सतर्क रहने की अपील
बता दें कि जिले में शनिवार से ही मूसलाधार बारिश हो रही थी, सोमवार रात तक बारिश का सिलसिला जारी था, ऐसे में युवक के शव को ढूंढने में ग्रामीणों को काफी मशक्कत करनी पड़ी. भारी बारिश को देखते हुए कलेक्टर के एल चौहान ने भी जिलेवासियों से सतर्क रहने की अपील की है.
इस बार पहली बारिश ने ही जिले के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं. जिले के कई हिस्सों में नदी नाले उफान पर हैं. युवक के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को दिया गया है.
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30 से ज्यादा गांव टापू में तब्दील
जिले के अन्तागढ़, कांकेर, नरहरपुर क्षेत्र में रविवार की शाम से तेज बारिश हो रही है. अंतागढ़ क्षेत्र में मेढ़की नदी उफान पर हैं. जिससे क्षेत्र के 30 से ज्यादा गांव टापू में तब्दील हो गए हैं. वहीं दूध नदी का जल स्तर लगातार बढ़ने से लोगों की चिंता बढ़ गई है.
नगर सेना की 25 सदस्यीय एक्सपर्ट टीम तैयार
दूध नदी की वजह से जिला मुख्यलय अब तक 4 बार बाढ़ का दंश झेल चुका है. ऐसे में भारी बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने लोगों को अलर्ट रहने को कहा है. इसके साथ ही बाढ़ से निपटने के लिए नगर सेना की टीम भी तैयार है. नगर सेना की 25 सदस्यीय एक्सपर्ट टीम तैयार की गई है. ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से निपटा जा सके.