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Road Accident In kanker: सड़क हादसे में हुई युवक की मौत, परिजनों ने पुलिस और अस्पताल प्रबंधन पर लगाए गंभीर आरोप

कांकेर से होकर गुजरने वाली NH30 पर हुई सड़क दुघर्टना में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था. जिसकी इलाज के दौरान कांकेर जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई. अब मृतक के परिजन पुलिस और अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. परिजनों का कहना है कि "अगर युवक को सही समय पर रेफर कर दिया जाता तो शायद वह बच जाता."

boy died in road accident in kanker
कांकेर में सड़क हादसे में युवक की मौत
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Published : Jan 12, 2023, 9:28 PM IST

कांकेर: धमतरी के अर्जूनी निवासी तिलेश खूंटे ने बताया कि "उनका भतीजा बस्तर जिले के भानपुरी का निवासी है. बचपन से उन्ही के साथ धमतरी में रहा और पढ़ाई करता था. वह वर्तमान में पवार मेडिकल एजेन्सी में काम करता था और उसी काम से 11 जनवरी को कोण्डागांव गया हुआ था. निजी काम निपटाकर वापस आ रहा था. जिसने पप्पू ढाबा में रुककर खाना खाते हुए फोन किया था. युवक ने शाम 5 बजें बताया था कि खाना खाकर निकल रहा हूं. उसके आधे घंटे बाद पुलिस ने फोन कर बताया कि पप्पू ढाबा के करीब आपके भतीजे का सड़क दुघर्टना हो गया है और युवक की हालत गम्भीर है."


परिजनों ने लगाया आरोप: युवक का फूफा सभी काम छोड़कर अस्पताल निकलने की तैयारी कर रहे थे. उसी दौरान फिर फोन लगाया तो रायपुर रेफर करने की बात सामने आई. जिसमें परिजनों ने 108 से रेफर करने का मांग किया. कहा कि मैं धमतरी में मिल रहा हूं. परिजनों के अनुसार पहले उनकी बात मान ली गई और कुछ देर बाद कहा गया कि परिजन के आने के बाद ही रेफर किया जा सकता है.

रेफर करने में हुई देरी: फूफा तिलेश खूंटे के निवेदन करने के बावजूद बात नहीं मानी गई. तो परिजन कांकेर के लिए निकले. जिन्हे कांकेर आने के बाद बताया गया कि उनका मौत हो गई है. परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि "सीधे रिफर किए जाने से शायद युवक बच जाता. वहीं मौत के 20-22 घंटे बाद पोस्ट मार्टम पूरा नहीं हो पाया है. जिससे नाराज परिजनों ने कहा कि दूसरे दिन अंतिम संस्कार कर पाना सम्भव नहीं है."

पुलिस सहायता केन्द्र की मांग: मृतक के परिजनों ने कहा कि "जिला अस्पताल में पुलिस सहायता केन्द्र होती है. जो कांकेर में जरूरत होने के बावजूद नहीं है. थाने में जाने पर अत्यधिक समय लगा और चिकित्सकों के वापस जाने का समय हो गया था. 11 जनवरी को शाम साढ़े 5 बजें घटना होने के बाद रात 8 बजें मौत की जानकारी दी गई. लेकिन 12 जनवरी को दोपहर 3 बजें तक पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है. अभी धमतरी पहुंचने 2 घंटे का समय और लगेगा. जिससे आज अंतिम संस्कार कर पाना सम्भव नहीं है."

कलेक्टर ने कहा जांच की बात: कलेक्टर प्रियंका शुल्का ने कहा कि "सड़क दुघर्टना के बारे में मुझे जानकारी नहीं है और रेफर करने की ऐसी बात सामने आ रही है. तो मैं इसकी विस्तृत जांच की मांग की. जिला अस्पताल में यदि पुलिस सहायता केन्द्र की आवश्यकता है तो पुलिस अधीक्षक से ओपेन करने की बात कही."

यह भी पढ़ें: killer sons of Kanker : कांकेर में कलयुगी बेटों ने की पिता की हत्या

कांकेर में सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े: सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों पर नजर डाले तो कांकेर में साल 2021 में 351 प्रकरण दर्ज किए गए है. जिसमें 196 व्यक्तियों की मौत हो गई है. 381 घायल हो गए है. वही 2022 में 319 प्रकरण दर्ज किए गए है. जिसमे 173 लोगो की मृत्यु हो गई है. वही 422 लोग घायल हो गए थे.

कांकेर: धमतरी के अर्जूनी निवासी तिलेश खूंटे ने बताया कि "उनका भतीजा बस्तर जिले के भानपुरी का निवासी है. बचपन से उन्ही के साथ धमतरी में रहा और पढ़ाई करता था. वह वर्तमान में पवार मेडिकल एजेन्सी में काम करता था और उसी काम से 11 जनवरी को कोण्डागांव गया हुआ था. निजी काम निपटाकर वापस आ रहा था. जिसने पप्पू ढाबा में रुककर खाना खाते हुए फोन किया था. युवक ने शाम 5 बजें बताया था कि खाना खाकर निकल रहा हूं. उसके आधे घंटे बाद पुलिस ने फोन कर बताया कि पप्पू ढाबा के करीब आपके भतीजे का सड़क दुघर्टना हो गया है और युवक की हालत गम्भीर है."


परिजनों ने लगाया आरोप: युवक का फूफा सभी काम छोड़कर अस्पताल निकलने की तैयारी कर रहे थे. उसी दौरान फिर फोन लगाया तो रायपुर रेफर करने की बात सामने आई. जिसमें परिजनों ने 108 से रेफर करने का मांग किया. कहा कि मैं धमतरी में मिल रहा हूं. परिजनों के अनुसार पहले उनकी बात मान ली गई और कुछ देर बाद कहा गया कि परिजन के आने के बाद ही रेफर किया जा सकता है.

रेफर करने में हुई देरी: फूफा तिलेश खूंटे के निवेदन करने के बावजूद बात नहीं मानी गई. तो परिजन कांकेर के लिए निकले. जिन्हे कांकेर आने के बाद बताया गया कि उनका मौत हो गई है. परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि "सीधे रिफर किए जाने से शायद युवक बच जाता. वहीं मौत के 20-22 घंटे बाद पोस्ट मार्टम पूरा नहीं हो पाया है. जिससे नाराज परिजनों ने कहा कि दूसरे दिन अंतिम संस्कार कर पाना सम्भव नहीं है."

पुलिस सहायता केन्द्र की मांग: मृतक के परिजनों ने कहा कि "जिला अस्पताल में पुलिस सहायता केन्द्र होती है. जो कांकेर में जरूरत होने के बावजूद नहीं है. थाने में जाने पर अत्यधिक समय लगा और चिकित्सकों के वापस जाने का समय हो गया था. 11 जनवरी को शाम साढ़े 5 बजें घटना होने के बाद रात 8 बजें मौत की जानकारी दी गई. लेकिन 12 जनवरी को दोपहर 3 बजें तक पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है. अभी धमतरी पहुंचने 2 घंटे का समय और लगेगा. जिससे आज अंतिम संस्कार कर पाना सम्भव नहीं है."

कलेक्टर ने कहा जांच की बात: कलेक्टर प्रियंका शुल्का ने कहा कि "सड़क दुघर्टना के बारे में मुझे जानकारी नहीं है और रेफर करने की ऐसी बात सामने आ रही है. तो मैं इसकी विस्तृत जांच की मांग की. जिला अस्पताल में यदि पुलिस सहायता केन्द्र की आवश्यकता है तो पुलिस अधीक्षक से ओपेन करने की बात कही."

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कांकेर में सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े: सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों पर नजर डाले तो कांकेर में साल 2021 में 351 प्रकरण दर्ज किए गए है. जिसमें 196 व्यक्तियों की मौत हो गई है. 381 घायल हो गए है. वही 2022 में 319 प्रकरण दर्ज किए गए है. जिसमे 173 लोगो की मृत्यु हो गई है. वही 422 लोग घायल हो गए थे.

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