कांकेर: छत्तीसगढ़ में भालूओं का आंतक थमने का नाम नहीं ले रहा है. राज्य के कई इलाकों में शाम होते ही भालू पहाड़ों से नीचे उतकर शहरी इलाकों में घुस जाते हैं. जिससे लोगों पर खतरा बना रहता है. कांकेर के गोविंदपुरा में NH 30 के किनारे एक भालू बाउंड्रीवाल से कुदकर घर के आंगन में जा पहुंचा. इस दौरान घर के बाहर मौजूद लोगों ने हिम्मत दिखाई और किसी तरह घर का गेट खोला, जिससे भालू कुछ देर बाद बाहर निकल आया और पहाड़ी की ओर भाग निकला. गनिमत यह रही कि उस दौरान घर में आंगन में कोई मौजूद नहीं था, अन्यथा बड़ी घटना हो सकती थी. लेकिन पूरी घटना को घर की छत पर मौजूद लोगों ने कैमरे में कैद कर लिया.
बता दें कि, भालुओं का आतंक दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, लेकिन वन विभाग के लोग आंखे मूंदे बैठे हैं.
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कई इलाकों में भालुओं की दहशत
शहर के आदर्श नगर, संजय नगर ,आमापारा, उदय नगर, सांकेत नगर, गोविंदपुर, कोदाभाट में दिन में भी भालुओं की दहशत से लोग परेशान हैं. रात में तो भालू शहर के बीच विचरण करते नजर आ जाते हैं. कुछ महीने पहले ही उदय नगर में भालू के हमले में दो मासूम बाल-बाल बचे थे. उसके बाद भी वन विभाग की नींद नहीं खुली है.
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जामवन्त योजना ठंडे बस्ते में
भालूओं के शहर की ओर बढ़ते कदम को रोकने के लिए कई जगहों पर जामवन्त योजना के तहत फलदार पौधे लगाए गए थे. वन विभाग ने पहाड़ियों के आस-पास के इलाकों को घेरकर भालूओं को रोकने का प्रयास किया गया था. लेकिन वन विभाग की उदासीनता के चलते ये फल-पौधे देने के पहले ही मुरझा गए और भालू शहरीय इलाके में लगातार भोजन कि तलाश में घुस रहे हैं, जो कि लोगों की जान के लिए खतरा बनता जा रहा है.