कांकेर: कोयलीबेड़ा ब्लॉक में 2 नए BSF कैंप खुलने का विरोध कर रहे आदिवासियों को अब नक्सलियों ने भी अपना समर्थन दे दिया है. नक्सलियों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसे बस्तर की खनिज संपदा लूटने की कोशिश बताया है. नक्सलियों के उत्तर बस्तर डिविजन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की है.
नक्सलियों ने भी किया विरोध
नक्सलियों ने BSF कैंप का विरोध किया है. इन दोनों नए कैंप के विरोध में ग्रामीण पहले से धरने पर हैं. माना जा रहा है कि ग्रामीणों का भरोसा जीतने के लिए नक्सली विरोध कर रहे हैं.
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ग्रामीण पहले से धरने पर बैठे
कोयलीबेड़ा क्षेत्र में 103 ग्राम पंचायत के ग्रामीण बीएसएफ कैंप खोले जाने के विरोध में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं.
देवस्थल में कैंप खोलने का आरोप
कड़काघाट और तुमिरघाट में खोले गए कैंप को ग्रामीणों ने देवस्थल बताया है. ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत की अनुमति के बिना, उद्योगपतियों को लाभ पहुंचने के लिए कैंप खोले जा रहे हैं.
राज्यपाल को सौंपा जा चुका है ज्ञापन
ग्रामीणों ने बीएसएफ कैंप खोले जाने की सूचना मिलने पर प्रतापतापुर में आंदोलन रैली की थी. जिसके जरिए कैंप खोलने जाने का विरोध करते हुए प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया था. इस संबंध में क्षेत्र के ग्रामीणों ने राज्यपाल को भी ज्ञापन सौंप कर इसका विरोध जताया था. जिस पर राज्यपाल ने जांच कराए जाने की बात कही थी.