कांकेर: जिले में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है. शहर में 2 मामले सामने आने के बाद कंटेनमेंट जोन में आने वाले सभी दुकानों को बंद करा दिया गया है. यहां तक कि आवश्यक सेवाओं में आने वाली दुकानें भी नहीं खुल रही हैं. इस बीच रोड किनारे सब्जी बेचने वाले ग्रामीण खासे परेशान नजर आए.
सब्जी बेचने पहुंचे ग्रामीणों को तीन बार उनकी जगह से हटा दिया गया, जिसके बाद सब्जी व्यापारी शराब दुकान के पास सब्जी बेचने बैठ गए. उनका कहना था कि यहां पर लोग आएंगे ही और यहां शायद उन्हें कोई नहीं हटाएगा, क्योंकि यहां शराब दुकान खुली हुई है तो सब्जी भी बेची जा सकती है.
वार्डवासियों ने सब्जी बेचने वालों का किया विरोध
शहर में कोरोना के मामले सामने आने से शहर के 19 वार्ड कंटेटमेंट जोन में हैं, जिससे मुख्य मार्केट समेत सभी दुकानें बंद करा दी गई हैं. सब्जी-फल की भी सभी दुकानें बंद हैं. शुक्रवार सुबह सब्जी व्यापारियों को पता चला कि शहर के कुछ इलाकों में सब्जी दुकान लगाने की छूट दी गई है, जिस पर कुछ ग्रामीण सब्जी लेकर शहर पहुंच गए लेकिन उन्हें हर जगह वार्डवासियों के विरोध का सामना करना पड़ा. पुलिस ने भी उन्हें हटा दिया. जिसके बाद सब्जी व्यापारी शराब दुकान के पास जाकर सब्जी बेचने लगे.
कचरे के पास बैठ कर बेचनी पड़ी सब्जी
शराब दुकान के सामने सब्जी बेचने बैठे ग्रामीणों को पुलिस ने मेन रोड का हवाला देते हुए हटा दिया. जिसके बाद व्यापारी शराब दुकान से 50 मीटर दूर दूध नदी के किनारे कचरे के पास बैठ कर सब्जी बेचते रहे. व्यपारियों का कहना था कि उनसे बार-बार जगह बदलवााई गाई, जिससे 3 घंटे ऐसे ही बर्बाद हो गए. उन्होंने बताया कि वो सब्जी बेचने नहीं आ रहे थे, लेकिन उन्हें पता चला कि कुछ वार्ड में इजाजत दी गई है इसलिए पहुंच गए. वहीं यहां आने के बाद उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा.
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सब्जी व्यापारियों का कहना था कि उन्हें सब्जियां बेचने नहीं दी जा रही है. इस भीषण गर्मी में सब्जियों के खराब होने का खतरा बढ़ गया है. सब्जी व्यापारियों का कहना है कि उन्हें कुछ घंटों के लिए ही सही सब्जी मार्केट में ही उन्हें इजाजत दी जानी चाहिए.