कांकेर : मौसम का मिजाज बिगड़ने के बाद कांकेर में आंधी तूफान का दौर शुरू हो गया है. जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है. खास तौर पर आम की बगवानी करने वाले किसानो को. पेड़ों पर लगे आम के फल बारिश और आंधी से बर्बाद हुए हैं. आम पेड़ से टूटकर गिर गए हैं. कांकेर में स्थानीय आदिवासियों के लिए आम की फसल आय का प्रमुख स्रोत भी रहता है. सालाना लाखों रुपये का सफेद अमचूर बस्तर से दूसरे बाजार में पहुंचता है. यहां का आमचूर विदेशों में भी निर्यात किया जाता है.
आम की फसल हुई चौपट : मौसम विभाग ने पूरे बस्तर में मौसम का मिजाज बिगड़ने की बात कही थी. मौसम विभाग ने आंधी और तूफान की चेतावनी भी जारी की थी. कांकेर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था. 21 अप्रैल की शाम बारिश के बाद दिनभर मौसम खुल गया था. लेकिन शाम को अचानक मौसम ने करवट ली. आंधी और तूफान के साथ बारिश हुई. जिससे आम की फसल को नुकसान पहुंचा. आम के छोटे फल गिर गए.
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आम से कमाई की आस टूटी : किसानों की मानें तो, इस साल आम की बंपर पैदावार हुई थी. लेकिन आम की खेती पर बारिश और आंधी की मार पड़ी. जिससे आम के फल झड़ गए. इससे सफेद आमचूर और दूसरे आमचूर का उत्पाद प्रभावित होगा. आपको बता दें कि सफेद अमचूर की निर्धारित दर 120 रुपये और भूरा अमचूर की 80 रुपये है. अगर आम की फसल को नुकसान पहुंचा तो. लोगों की इनकम प्रभावित हो सकती है.