कांकेर: जिला जेल शक्रवार की सुबह एक विचाराधीन कैदी की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक उसे गुरुवार की शाम स्वास्थ्य खराब होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. फिलहाल हार्ट अटैक की वजह से कैदी की मौत होना बताया जा रहा है. कैदी की अचानक हुई मौत से जेल प्रशासन में हड़कंम की स्थिति है. कैदी पर छेड़छाड़ के आरोप थे. उसे कोर्ट ने जेल भेज दिया था.
मृतक का नाम छबिलाल दर्पट्टी है जो कि कोरर थाना क्षेत्र के गांव चिल्हाटी का रहने वाला था. आरोपी का केस cjm कोर्ट में विचाराधीन था. छबिलाल को गुरुवार की शाम अचानक सांस लेने में तकलीफ हुई थी. जिसके बाद जेल प्रबंधन ने उसे तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया था. सुबह हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई.
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कोरोना का प्रभाव नहीं
कोरोनाकाल में सुबह छबिलाल की मौत की खबर से जेल में बंद अन्य कैदियों में हड़कंप मच गया था. हालांकि छबिलाल में कोरोना वायरस संक्रमण होने से जेलर ने इनकार किया है. जेलर खोमेंद्र मंडावी ने बताया कि एक महीने पहले ही सभी कैदियों का कोरोना टेस्ट करवाया गया था. जिसमे सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी. शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौप दिया गया है.
सुर्खियों में रहे मामले
पिछले कुछ महीनों में जेल बंद कैदियों के मौत के कई मामले सुर्खियों में रहे हैं. जिनमें कोरबा के कटघोरा उपजेल में हत्या के आरोप में बंद कैदी की तबीयत खराब हो जाने से मौत हो गई थी. मृतक के परिजनों ने अचानक हुई मौत को लेकर जांच की मांग की थी. महासमुंद की जेल में विचाराधीन कैदी की मौत हो गई थी. परिवार ने जेल प्रबंधन पर कैदी के साथ मारपीट के आरोप लगाए थे. गौरेला के उपजेल के कैदी की अचानक तबीयत बिगड़ने से इलाज के दौरान संदिग्ध परिस्थिति में मौत होने का मामला सामने आया था. इसके अलावा अंबिकापुर में पंजक बेक की पुलिस हिरासत में मौत का मामले को लेकर प्रदेश में जमकर राजनीति भी हुई थी.