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कांकेर : रिहायशी इलाके के पास पहुंचा बाघ, वन विभाग की उड़ी नींद

बाघ आबादी वाले इलाके के पास पहुंच गया है. ऐसे में वन विभाग ने लोगों को जंगल में अकेले न जाने की सलाह दी है.

Tiger reaches populated area in Kanker
चारामा क्षेत्र के जंगलों में बाघ
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Published : Jan 22, 2020, 11:29 PM IST

कांकेर : जिले के चारामा क्षेत्र में बाघ भटक कर आबादी वाले इलाके के पास पहुंच गया है. जंगलों में बाघ के होने के सबूत मिलने के बाद वन विभाग ने ग्रामीणों को जंगल की ओर न जाने की सलाह दी है.

चारामा क्षेत्र के जंगलों में पहुंचा बाघ

मंगलवार को मैनखेड़ा और भोथागांव में बाघ के पैरों के निशान मिले थे, जिसके बाद लगातार वन विभाग की टीम इस इलाके में सर्चिंग कर रही है, जिससे बाघ की सही लोकेशन का पता चल सके.

बुधवार को कांटागांव के जंगल में बाघ के पैरों के निशान मिले हैं. वन विभाग ने अंदाजा लगाया है कि बाघ लीलेझर या कोटतरा की ओर बढ़ा है. ऐसे में वन विभाग लगातार ग्रामीणों को अकेले जंगल की ओर न जाने की सलाह दे रहा है.

पढ़ें- बाघ के होने से धमतरी के पोटियाडीह गांव में दहशत!

तीन जिलों में घूम कांकेर पहुंचा बाघ
बाघ की लोकेशन सबसे पहले राजनांदगांव जिले में मिली थी, जिसके बाद दुर्ग फिर बालोद और अब बालोद की सीमा से सटे जिले के चारामा ब्लॉक के जंगलों में बाघ चहल-कदमी कर रहा है, जिससे वन विभाग की नींद उड़ी हुई है.

कांकेर : जिले के चारामा क्षेत्र में बाघ भटक कर आबादी वाले इलाके के पास पहुंच गया है. जंगलों में बाघ के होने के सबूत मिलने के बाद वन विभाग ने ग्रामीणों को जंगल की ओर न जाने की सलाह दी है.

चारामा क्षेत्र के जंगलों में पहुंचा बाघ

मंगलवार को मैनखेड़ा और भोथागांव में बाघ के पैरों के निशान मिले थे, जिसके बाद लगातार वन विभाग की टीम इस इलाके में सर्चिंग कर रही है, जिससे बाघ की सही लोकेशन का पता चल सके.

बुधवार को कांटागांव के जंगल में बाघ के पैरों के निशान मिले हैं. वन विभाग ने अंदाजा लगाया है कि बाघ लीलेझर या कोटतरा की ओर बढ़ा है. ऐसे में वन विभाग लगातार ग्रामीणों को अकेले जंगल की ओर न जाने की सलाह दे रहा है.

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तीन जिलों में घूम कांकेर पहुंचा बाघ
बाघ की लोकेशन सबसे पहले राजनांदगांव जिले में मिली थी, जिसके बाद दुर्ग फिर बालोद और अब बालोद की सीमा से सटे जिले के चारामा ब्लॉक के जंगलों में बाघ चहल-कदमी कर रहा है, जिससे वन विभाग की नींद उड़ी हुई है.

Intro:कांकेर - जिले के चारामा क्षेत्र में भटक कर पहुचा बाघ के आबादी वाले इलाके के निकट जंगलो में होने के सबूत मिलने के बाद वन विभाग ने ग्रामीणों को जंगल की ओर नही जाने की सलाह दी है।Body:कल मैनखेड़ा और भोथागाव में बाघ के पैर के निशान मिले थे, जिसके बाद लग़ातार वन विभाग की टीम इलाके में सर्चिंग कर रही है ताकि बाघ के सही लोकेशन का पता चल सके , आज काँटागाव सटे जंगल मे बाघ के पैरों के निशान मिले है, वन विभाग ने अंदेशा जाहिर किया है कि बाघ लीलेझर, कोटतरा की ओर बढ़ा है, ऐसे में ग्रामीणों को अकेले जंगल की ओर नही जाने की सलाह दी गई है। Conclusion:तीन जिलों में घूम कांकेर के जंगलो में आया बाघ
बाघ की लोकेशन सबसे पहले राजनांदगांव जिले में मिली थी, जिसके बाद दुर्ग फिर बालोद अब बालोद की सीमा से सटे जिले के चारामा ब्लॉक के जंगलो में बाघ चहल कदमी कर रहा है, जिससे वन विभाग की नींद उड़ी हुई है।
बाइट- नंदकुमार यादव ग्रामीण
विजय कुमार सिन्हा डिप्टी रेंजर चारामा
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