पखांजूर/कांकेर: छोटे बेटियां पुलिस के नाविकों से मारपीट के केस में ETV भारत की खबर का असर हुआ है. बेचाघाट नदी में 3 सितंबर को नाविकों के साथ मारपीट का घटना को लेकर गुरुवार को राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग रायपुर के सदस्य नितिन पोटाई छोटे बेटियां के बेचाघट पहुंचे. जहां पर सर्व आदिवासी समाज के लोगों से मुलाकात कर बैठक की गई. इस दौरान नाविकों से घटना के बारे में जानकारी ली गई.
सर्व आदिवासी समाज के अधिकारियों ने नाविकों के साथ मारपीट की घटना पर कहा कि हम इसकी निंदा करते हैं. यह पहली घटना नहीं है, जब आदिवासियों के साथ इस प्रकार की घटना हुई हो. पूछताछ के बहाने बेटियां पुलिस मनीराम को थाने में लेकर आई थी. तब से मनीराम का कोई खोज खबर नही है. मनीराम के परिजनों ने आयोग से लिखित शिकायत भी की है.
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आरोप है कि छोटे बेटियां के बेचाघाट पर थाना प्रभारी एमआर बरीहा और उनकी टीम ने नाविकों से पूछताछ के बहाने मारपीट की थी. जिसके बाद नदी पर ग्रामीणों ने इकट्ठा होकर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण ने थाना पहुंचकर धरना दिया था. वहां मौजूद छोटे बेटियां थाना प्रभारी एमआर बरिहा ने ग्रामीणों से हाथ जोड़कर माफी भी मांगी थी. हंगामें के दूसरे दिन ही पखांजूर अनुविभागीय अधिकारी मयंक तिवारी ने मारपीट की घटना को नकार दिया था. इन सभी घटनाओं को ETV भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. आयोग को इसकी जानकारी मिलने के बाद आयोग की टीम आज जांच के लिए बेचाघाट पहुंची थी.