कांकेर: जो संजीवनी 108 के कर्मचारी अपनी जान की परवाह किए बिना कोरोना मरीजों को इलाज के लिए कोविड-19 अस्पताल तक पहुंचा रहे हैं, उन्हीं मरीजों के द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है. दरअसल, 108 की टीम जिले के चारामा ब्लॉक के कुर्रुभाट क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे संक्रमित आर्मी जवान को लेकर कोविड-19 अस्पताल पहुंची थी, जहां जवान पर संजीवनी 108 की महिला स्टाफ के साथ नशे की हालत में दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा है.
महिला स्टाफ का आरोप है कि जवान ने उनके साथ दुर्व्यवहार करते हुए कोविड-19 अस्पताल में जमकर हंगामा किया है. साथ ही महिला कर्मचारी ने आरोप लगाया है कि नशे में धुत जवान ने उनका PPE किट भी फाड़ दिया है. इस बात की जानकारी मिलते ही कोविड-19 अस्पताल में कोरोना का इलाज करवा रहे BSF के जवानों ने नशेड़ी जवान को जैसे तैसे काबू करके मामला शांत कराया.
महिला कर्मचारी के PPE किट फाड़ने का आरोप
जानकारी के मुताबिक छुट्टी पर घर लौटे आर्मी जवान को कुर्रुभाट क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था, जहां बुधवार की देर शाम उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. वहीं कोरोना पॉजिटिव मिले जवान को गुरुवार को संजीवनी 108 में जिला मुख्यालय के कोविड-19 अस्पताल लाया गया, जहां पहुंचने के बाद नशे में धुत जवान वाहन में ही लगभग आधे घंटे तक सोया रहा और उतरने को तैयार नहीं था, जैसे तैसे अस्पताल और संजीवनी के स्टाफ ने उन्हें नीचे उतारा, जिसके बाद जवान ने हंगामा करना शुरू कर दिया. इस दौरान जवान ने संजीवनी की महिला कर्मचारी का PPE किट भी फाड़ दिया और उसे मारने के लिए भी दौड़ाया, यहीं नहीं जवान ने कोविड अस्पताल के स्टाफ के कर्मचारियों के साथ भी दुर्व्यवहार किया.
आर्मी जवान के खिलाफ FIR की मांग
अस्पताल के बाहर मचे हंगामे की आवाज सुनकर अस्पताल में भर्ती BSF के जवान बाहर निकले और उन्होंने नशे में धुत जवान को काबू में करके अस्पताल के अंदर पहुंचाया. पूरे मामले को लेकर संजीवनी के कर्मचारियों में काफी आक्रोश है. संजीवनी के कर्मचारियों ने आर्मी जवान के खिलाफ FIR दर्ज कराने की मांग की है.
'जिनके लिए जोखिम में डाल रहे जान वहीं कर रहे दुर्व्यवहार'
पीड़ित महिला कर्मचारी ने कहा कि जिन कोरोना मरीजों के लिए संजीवनी के कर्मचारी अपनी जान की परवाह किए बिना काम कर रहे हैं. 3 से 4 घंटे PPE किट में रहना पड़ रहा है. उनके द्वारा इस तरह का दुर्व्यवहार करना बहुद दुखद है. उन्होंने कहा कि वो आर्मी जवान के खिलाफ थाने में FIR दर्ज कराएंगी, ताकि इस तरह की घटना दोबारा न हो.
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क्वॉरेंटाइन सेंटरों में आखिर कहां से पहुंच रही शराब
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्वॉरेंटाइन सेंटरों में आखिर शराब पहुंच कैसे रहा है. आर्मी जवान क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही था, इसका मतलब साफ है कि उन्होंने क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही शराब का सेवन किया था. क्वॉरेंटाइन सेंटरों में शराबखोरी की शिकायतें पहले भी आ चुकी है, लेकिन इसे लेकर प्रशासन गम्भीर नजर नहीं आ रहा है.