कांकेर : BSNL की सेवाओं से परेशान होकर परलकोट क्षेत्र के एक युवक ने डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन सेक्टर में ऑनलाइन शिकायत की थी, लेकिन एक महीने बीत जाने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला तो युवक ने RTI दाखिल कर BSNL के महाप्रबंधक (संभागीय अधिकारी) जवाब मांगा है.
पंखाजूर के परलकोट क्षेत्र में रहने वाले तुषार साहा नाम के युवक ने BSNL के नेटवर्क से परेशान होकर डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन सेक्टर में ऑनलाइन शिकायत की थी, लेकिन एक महीने बीत जाने के बाद भी तुषार को कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद तुषार ने BSNL के खिलाफ कंज्यूमर कोर्ट में केस किया, लेकिन जब उसे वहां पता लगा कि बिना डेटा के केस दर्ज कराने पर केस खारिज हो सकता है, तो तुषार ने BSNL के महाप्रबंधक (संभागीय अधिकारी) को ऑनलाइन RTI एक्ट के तहत आवेदन भेजकर उनसे 2 सवाल पूछे हैं.
तुषार ने इन दो सवालों का मांगा जवाब
- पहला सवाल- BSNL हर महीने पोस्टपेड बिल के माध्यम से उपभोक्ता से लैंडलाइन और ब्रॉडबैंड का भुगतान लेते हैं, लेकिन महीने में कुछ दिन और कुछ घंटे नेटवर्क सेवाएं बंद होने के बावजूद बिलिंग कैसे की जाती है.
- दूसरे सवाल में तुषार ने जून महीने के 1 तारीख से 7 जुलाई तक का डेटा मांगा था.
महाप्रबंधक संभागीय ऑफिस से दिया गया जवाब
RTI के जानकारी में महाप्रबंधक संभागीय ऑफिस से तुषार के दोनों सवालों का जवाब दिया गया. पहले सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि महीने में कुछ घंटे या कुछ दिन नेटवर्क बंद होने पर बिलिंग में डिस्काउंट होना चाहिए. दूसरे सवाल के जवाब में 1 जून से 7 जुलाई तक कितने दिन नेटवर्क बंद रहा इसकी सभी जानकारी दी गई.
'घर वालों से बात करने में होती है परेशानी'
महाप्रबंधक संभागीय ऑफिस से मिली जानकारी के मुताबिक परलकोट क्षेत्र में एक महीने में 7 दिन BSNL की सेवा लगभग 162 घंटे 41 मिनट बंद रही. तुषार ने बताया कि वे घर से 200 किलोमीटर दूर दुर्ग में रहते हैं और उनका परिवार पखांजूर में रहता है. उन्होंने बताया कि उनकी दादी बूढ़ी हैं, जिसकी वजह से उनकी तबीयत ठीक नहीं रहती है. वे फोन के माध्यम से दादी का हालचाल पूछा करते हैं, लेकिन महीने में एक हफ्ते तक BSNL की सेवा बंद रहने के कारण घर में सम्पर्क नहीं होता हैं, जिससे उन्हें घर वालों से बात करने में परेशानी होती हैं.
7 दिन तक बंद रहती है संचार सेवा
जानकारी के मुताबिक BSNL की परलकोट में 5 एक्सचेंज ऑफिस के माध्यम से कुल ब्रॉडबैंड के 450 कलेक्शन और प्रीपेड के 55 हजार सिम बांटे गए हैं. वहीं परलकोट क्षेत्र में संचालित मोबाइल की दुकानों के माध्यम के भी लाखों प्रीपेड सिम बेचे गए हैं. बताया जा रहा है कि एक महीने के चार हफ्तों में तीन हफ्ते ही उपभोक्ताओं को BSNL की सेवा मिल पाती हैं. वहीं महीने के एक हफ्ते यानी कि 7 दिन तक संचार सेवा बंद रहती है, लेकिन BSNL पूरे महीने का बिल उपभोक्ताओं को भेज देता है. जानकारी के मुताबिक तीन हफ्ते ही सेवा देने के बाद भी लगभग 30 साल से पूरे महीने का बिल उपभोक्ता अदा करते आ रहे हैं.
4 महीने का लिया जा रहा बिल
परलकोट क्षेत्र से पहली बार एक युवक तुषार साहा ने BSNL की सेवाओं से परेशान होकर ये जानकारी RTI के जरिए हासिल की है. डिजिटल इंडिया के दौर में देखा जाए तो परलकोट क्षेत्र में लाखों प्रीपेड सिम और 450 ब्राडबैंड कनेक्शन हैं, जिसके महीने के बिल के चार हिस्से का एक हिस्सा BSNL अपने उपभोक्ताओं से बिना सर्विस दिए अदा करते आ रहे हैं.
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तुषार ने BSNL को चेतावनी देते हुए कहा है कि विभाग अपनी संचार सेवा पूरे महीने दे या तो जिन दिनों में सेवा बंद हो उन दिनों का चार्ज बिल से घटा कर भुगतान ले, नहीं तो वे परलकोट क्षेत्र के BSNL उपभोक्ताओं को साथ लेकर उपभोक्ता फोरम में उनके खिलाफ केस दर्ज करवाएंगे. उन्होंने कहा कि कई सालों से अवैध रूप से लिया हुआ भुगतान को वापस लौटने का केस दर्ज किया जाएगा. अब देखना होगा कि इस पर आगे क्या कार्रवाई की जाती है.