कांकेर : जिला प्रशासन कांकेर की टीम ने तमिलनाडू से 10 मजदूरों को रेस्क्यू कर वापस लाया है. प्रशासन को शिकायत मिली थी कि अंतागढ़ ब्लॉक के ग्रामीण बोर गाड़ी में कार्य करने गए थे. मजदूर अपने घर वापस आना चाहते थे. लेकिन उन्हें कांकेर वापस आने से रोका जा रहा था. शिकायत के आधार पर प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त टीम बनाकर तमिलनाडू पहुंच सभी को सुरक्षित कांकेर वापस लाया गया.
कितने मजदूर आए वापस : वापस लाए गए मजदूरों में 4 नाबालिग और 6 बालिग हैं. प्रशासन अब सभी को योजनाओं से जोड़कर नौकरी दिलाने की बात कह रही है. जिला पंचायत सीईओ सुमित अग्रवाल ने बताया कि ''6 बालिग और 4 नाबालिग व्यक्तियों की हमे सूचना प्राप्त हुई थी. तमिलनाडू में है और वहां से वापस आना चाहते हैं. जैसे ही सूचना प्राप्त हुई प्रशासन और पुलिस की एक टीम गठित कर उन्हें वापस लाने भेजा गया. उन्हें सकुशल वापस लाया गया.''
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स्थानीय स्तर पर मिलेगी नौकरी : कांकेर जिला प्रशासन ने मजदूरों को समझाइश दी है कि शासन के कौशल विकास कार्यक्रम के तहत जुड़कर वो यह भी रह कर काम कर सकते हैं. अच्छा मुनाफा फायदा उठा सकते हैं. उन्हें दूसरे राज्य जाने की आवश्यकता नही है. सीईओ ने बताया कि '' 2 महीने पहले 10 लोग बोर गाड़ी में काम करने तमिलनाडु गए थे.शिकायत के आधार पर जिला प्रशासन ने बाल संरक्षण अधिकारी के नेतृत्व में 6 सदस्यीय टीम गठित किया गया था. जिसमें बाल संरक्षण अधिकारी लीना लारिया, अजित पोया, आउट रिच वर्कर, अजय कुमार साहू, उप निरीक्षक, कोमल नुरूटी, आरक्षक, विवेक साव, श्रम उप निरीक्षक, महेश साहू चाइल्ड लाइन की टीम ने तमिलनाडू राज्य के धर्मापुरी जिले के विलेज कोदुर में वेंकटश्वर बोर कंपनी से वापस लाया गया है.''