कांकेर: ऊपर-नीचे रोड से दूध नदी पुल तक करीब तीन करोड़ की लागत से सीसी सड़क का निर्माण हुआ था. निर्माण कार्य पूरे हुए तीन महीने का समय ही बीता है और सीसी सड़क जगह-जगह से उखड़ने लगी है. जो लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. तीन महीने में ही सड़क के उखड़ने से इसकी गुणवत्ता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
सड़क चौड़ीकरण और सीसीकरण कार्य के लिए जून 2020 में भूमिपूजन हुआ था. जिसके कुछ समय बाद निर्माण कार्य शुरू किया गया. इसके तहत 10 मीटर चाैड़ी सड़क बनाने की योजना थी, लेकिन बाद में शहर में कई जगहों पर सड़क की चौड़ाई कम होने और लोगों से जगह नहीं मिलने के चलते सड़क सभी जगहों पर 10 मीटर चौड़ी नहीं बन सकी थी.
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सड़क निर्माण कार्य कछुआ चाल से चल रहा था. जिसके चलते निर्माण कार्य के दौरान भी शहरवासियों का काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. वहीं जनवरी 2021 में सड़क का निर्माण कार्य पूरा हुआ. हालांकि निर्माण कार्य के दौरान भी गुणवत्ता को लेकर कई सवाल उठे थे. अब जगह-जगह पर सड़क की ऊपरी सतह उखड़ रही है, जो सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर फिर से सवाल खड़ा कर रही है.
गुणवत्ता को लेकर उठ रहे सवाल
कांकेर निवासी अधिवक्ता डाकेश्वर सोनी ने कहा कि निर्माण कार्य पूर्ण हुए अभी कुछ ही महीने बीते हैं और सड़क कई जगह से उखड़ती नजर आ रही है. जिससे सड़क की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठना स्वाभाविक है.
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सड़क की गुणवत्ता और घटिया निर्माण के सवालों का जवाब राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के अधिकारी भी नहीं दे रहे हैं. एसडीओ का कहना था कि इसकी जानकारी संभाग मुख्यालय जगदलपुर में स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग से दी जाएगी.
कलेक्टर चंदन कुमार ने क्या कहा ?
कलेक्टर चंदन कुमार ने बताया कि सड़क जब बन रही थी तो ट्रांसपोर्ट के लिए ओपन कर दिया गया. कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं थी. जिसमें कारण ऐसा हुआ है. गुणवत्ता सही करने डामर की परत चढ़ाई जा रही है.