कांकेरः कांकेर में शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर कांकेर कलेक्टर ऑफिस का घेराव (siege) करने निकले थे. इस दौरान पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया. इसके बाद एबीवीपी सदस्यों ने मौके पर ही खिड़की से कोई झांक रहा है, ‘ये अंदर की बात है, पुलिस हमारे साथ है’ के नारे लगाने लगे.
जिला संयोजक ने चेताया, मांगें नहीं मानी गईं तो होगा उग्र आंदोलन
कार्यक्रम को लेकर एबीवीपी की जिला संयोजक ऋतु साहू ने बताया कि यहां अधिकतर क्षेत्र ग्रामीण व नक्सल प्रभावित हैं. इस कारण यहां के नागरिकों के साथ-साथ छात्रों को भी अच्छे स्वास्थ्य लाभ के लिए महानगरों से अधिक खर्च कर करना पड़ता है. एक वर्ष पूर्व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह घोषणा की थी कि कांकेर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी. उक्त मेडिकल कॉलेज की स्थापना जनहित में लाभकारी होगी, लेकिन आज तक इस ओर कोई कदम नहीं उठाया गया. सिर्फ कागजी कार्यवाही के अलावा आज तक जमीनी स्तर पर किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है. इन्हीं 5 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो जल्द ही उग्र आंदोलन किया जाएगा.
सार्वजनिक कार्यक्रम लोकवाणी में सीएम ने की थी घोषणा
बता दें कि एक वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ भूपेश बघेल ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम लोकवाणी में 15 फरवरी 2020 को कांकेर, महासमुंद व कोरबा में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी. लेकिन आज तक इस दिशा में किसी भी प्रकार का कोई कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया है. शासन की ओर से मेडिकल कॉलेज खोलने की बात तो कही जा रही है, लेकिन जिला अस्पताल में भी प्रैक्टिस के लिए लैब, हॉस्टल तथा अन्य सुविधाओं की बहुत कमी है. इस कारण धरातल पर किसी भी प्रकार का कोई ठोस कार्य नहीं दिखता है. छात्र हित व जनहित के इस मुद्दे को लेकर के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिले भर से जुटे कार्यकर्ता कलेक्टर ऑफिस घेरने आए थे.