कांकेर: प्रधानमंत्री मोदी ने केवटी-अंतागढ़ को जोड़ने वाली 17 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन सेवा का श्रीगणेश किया. 290 करोड़ रुपये की लागत से नई रेलवे लाइन भिलाई स्टील प्लांट को डेवलप किया गया है. दल्ली राजहरा और रावघाट क्षेत्रों की लौह अयस्क खदानों से परिवहन सुविधा प्रदान की जाएगी.
रेल प्रबंधन तैयारियों में जुटी: ये रेलवे लाइन घने जंगलों से होकर दक्षिणी छत्तीसगढ़ के दूरदराज के इलाकों को जोड़ेगी. प्रधानमंत्री के ऐतिहासिक सौगात के लिए रेल प्रबंधन ने तैयारियां शुरू कर दी है. जिले में हो रही बारिश के बाद भी अंतागढ़ रेलवे स्टेशन ने इसकी तैयारी की.
तय समय में करेंगे उद्घाटन: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को सुबह 10:30 बजे छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे. यहां प्रधानमंत्री एक बड़े कार्यक्रम में शामिल होंगे. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहीं से वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाकर रेलवे लाइन सेवा की शुरुआत करेंगे.
5 महीने पहले चली थी पहली ट्रेन: कांकेर के अंतागढ़ से रायपुर-दुर्ग तक 5 महीने पहले पैसेंजर ट्रेन की शुरुआत हुई थी. सांसद मोहन मंडावी ने अंतागढ़ रेलवे स्टेशन से इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी.निर्धारित समय के तहत दोपहर 1 बजकर 35 मिनट पर ट्रेन को रायपुर और दुर्ग के लिए रवाना किया गया था. इस ट्रेन से पहली बार 215 यात्रियों ने रायपुर तक सफर किया था. इस दौरान सैकड़ों की तादाद में स्थानीय लोग, जनप्रतिनिधि सहित अफसर मौजूद थे. अंतागढ़-रायपुर/दुर्ग पैसेंजर ट्रेन की शुरुआत से इलाके के लोगों को काफी फायदा हुआ है.
ऐसे हुआ रेलवे लाइन का विस्तार: रावघाट रेल परियोजना के तहत दल्लीराजहरा से रावघाट तक 95 किमी रेल लाइन बिछाने का काम शुरू हुआ. फिर रेल लाइन साल 2017 में गुदुम पहुंचा. साल 2018 में भानुप्रतापपुर तक रेल लाइन बिछाने का काम पूरा हो गया था, जिसके बाद आगे केवटी तक पटरियां बिछाने का काम थोड़ी धीमी गति से शुरू हुआ. हालांकि साल 2019 में अंतागढ़ तक रेलवे लाइन बिछानी थी. लेकिन साल 2020 में कोरोना संक्रमण के कारण प्रोजेक्ट का काम प्रभावित होने लगा. यहीं से काम की रफ्तार धीमी होनी शुरू हुई थी.