पखांजूर/कांकेर : देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की तस्वीरें कबाड़ में फेंके जाने का मामला सामने आया है. कोयलीबेड़ा के दफ्तर में राष्ट्रपति की तस्वीर कबाड़ में देखी गई, जबकि छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम की ओर से राष्ट्रपति की तस्वीर को अलग-अलग स्कूलों तक पहुंचाया जाना था. यह आदेश प्रशासन की ओर से जारी किया गया था कि रामनाथ कोविंद की तस्वीरें स्कूलों में लगवाई जाएं.
स्कूली बच्चों को शिक्षा प्रदान करना शिक्षकों का काम और जिम्मेदारी होती है, लेकिन जब शिक्षक और अधिकारी ही अपनी जिम्मेदारी पूरी करने में लापरवाही बरत रहे हों तो देश का भविष्य अंधकार की ओर बढ़ने से कोई भी नहीं रोक सकता है. ऐसा ही कुछ हुआ कोयलीबेड़ा ब्लॉक के दफ्तर में जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की तस्वीर कबाड़ में पाई गई. इस पर खंड शिक्षा अधिकारी ने अपनी लापरवाही मानने के बजाय ऐसी किसी भी तरह की जानकारी होने से इंकार किया.
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खंड शिक्षा अधिकारी किशोर कुमार यादव ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि, 'ये मामला मेरे संज्ञान में नहीं था. जैसे ही पता चला मैं तुरंत मैंने सभी स्कूल के प्रचार्य को फोटो लगाए जाने का आदेश दिया गया है.