कांकेर: एक तरफ सरकार ने शासकीय कर्मचारियों को समय से पहले वेतन देने का आदेश जारी कर दिवाली सुहानी बना दी, तो वहीं दूसरी तरफ जिले के पीएचई विभाग के दैनिक वेतनभोगियों को पिछले 4 माह से सैलरी नहीं मिली है. पीएचई विभाग के कर्मचारी काफी उदास हैं. इन कर्मचारियों की दीवाली पूरी तरह से फीकी हो गई है. दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी न तो अपने परिवार के लिए कपड़े खरीद पाए हैं और ना ही जरूरत का सामान. लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में जिलेभर में लगभग 40 कर्मचारी हैं, जिन्हें अब तक वेतन नहीं मिला है.
उनका कहना है कि पिछले 4 माह से उन्हें वेतन नहीं मिलने से घर चलाने में उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं अब दिवाली है, लेकिन उनके पास अपने बच्चों के लिए मिठाई, पटाखे और कपड़े खरीदने के लिए भी पैसे नहीं हैं.
चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों ने बताया कि उनका वेतन हर बार 3 से 4 माह देरी से मिलता है, लेकिन उसमें भी मात्र एक माह का ही वेतन मिलता है. ऐसे में उन्हें भारी दिक्कतों से गुजरना पड़ता है. कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि दिवाली के पहले उन्हें वेतन मिल जाएगा, लेकिन अब तक उन्हें भुगतान नहीं किया गया है.
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अधिकरियों के पास नहीं है जवाब
इस मामले में जब ETV भारत की टीम ने पीएचई अधिकारी सोनकुसरे से बात करने की कोशिश की, तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया.