कांकेर : जिले में स्वच्छ भारत योजना के अन्तर्गरत सामुदायिक शौचालयों का निर्माण पंचायत स्तर में किया जा रहा है. लेकिन सामुदायिक शौचालयों के निर्माण में पंचायत सचिव लापरवाही कर रहे हैं.कांकेर जिले पंचायत सीईओ ने ऐसे ही मामलों में संज्ञान लेते हुए जिले के 19 पंचायत सचिवों को निलंबित कर दिया है.
किन पंचायत सचिवों पर गिरी गाज : सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने वाले ग्राम पंचायत सचिवों को सीईओ जिला पंचायत ने निलंबित कर दिया है. सचिवों के निलंबन के बाद जीवन भत्ता पात्रता नियमानुसार होगा. जनपद पंचायत कांकेर अंतर्गत ग्राम पंचायत मुरागांव के सचिव शिवराम दर्रो, ईरादाह के सचिव महेश मंडावी, कुरिष्टीकुर के सचिव को निलंबित किया गया है.
ग्राम पंचायत अर्रा सचिव पन्नालाल नेताम, हिन्दूबिनापाल सचिव नरेश कुमार दुग्गा, बड़ेपिंजोड़ी सचिव जागेश्वर बघेल, टिमनार सचिव धरमूराम बघेल, गोड़बिनापाल सचिव तुलाराम मरकाम, मासबरस सचिव पीताम्बर नाग, कानागांव सचिव राजेन्द्र साहू, हिमोड़ा सचिव बृजलाल कावड़े को निलंबित किया गया है.इसके अलावा भी कई गांवों के पंचायत सचिवों को काम में लापरवाही बरतने के लिए दंडित किया गया है. इतने सारे पंचायत सचिवों पर इस तरह की कार्रवाई से ग्राम पंचायतों में हड़कंप मचा है.
ये भी पढ़ें- पुलिस ने शातिर ट्रेवल एजेंट को किया गिरफ्तार
काम नहीं करने पर मिली सजा : निलंबित सचिवों में नक्सल प्रभवित क्षेत्र अन्तागढ़ के 8 दुर्गुकोंदल के 7 और कोयलीबेड़ा के 1 जनपद सचिव को निलंबित किया गया है. गांव को शौच मुक्त करने के लिए गांव स्तर पर सामुदायिक शौचालय का निर्माण सुनिश्चित करना था.लेकिन इन पंचायत सचिव ने अपने काम को सही तरीके से नहीं किया है.