ETV Bharat / state

कांकेर : झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से 9 साल के मासूम की मौत, विभाग उदासीन - बिना लाइसेंस क्लिनिक

उल्टी-दस्त से पीड़ित थी 9 साल की मासूम, अप्रशिक्षित झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से उसकी मौत हो गई है.

झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से 9 साल के मासूम की मौत
author img

By

Published : Aug 21, 2019, 9:54 PM IST

कांकेर : मुड़पार गांव की एक 9 साल की बच्ची को सही इलाज नहीं मिल पाने से मासूम की मौत हो जाने का मामला सामने आया है. परिवार बच्ची का झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करवा रहा था.

मासूम शीतल सरोज अपने मामा के यहां रहकर पढ़ाई कर रही थी. उसे कुछ दिनों से उल्टी -दस्त की परेशानी थी. परिजन उसका शासकीय स्वास्थ्य केंद्र में इलाज न करवाकर सरोना के एक झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करवा रहे थे. बच्ची की स्थिति में किसी प्रकार का सुधार नहीं हुआ बल्कि स्थिति और बिगड़ गई, जिससे बच्ची की मौत हो गई. मामले की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग गांव जाकर बच्ची के परिजनों से पूछताछ कर रही है.

झोलाछाप कर रहे इलाज, स्वास्थ्य विभाग सुस्त
जिले में झोलाछाप डॉक्टर लोगों का इलाज कर रहे हैं. यह जानते हुए स्वास्थ्य विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. जिले में बिना लाइसेंस के भी कई क्लिनिक चल रहे हैं, लेकिन इन पर अब तक कोई कार्रवाई होती नजर नहीं आ रही है.

कांकेर : मुड़पार गांव की एक 9 साल की बच्ची को सही इलाज नहीं मिल पाने से मासूम की मौत हो जाने का मामला सामने आया है. परिवार बच्ची का झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करवा रहा था.

मासूम शीतल सरोज अपने मामा के यहां रहकर पढ़ाई कर रही थी. उसे कुछ दिनों से उल्टी -दस्त की परेशानी थी. परिजन उसका शासकीय स्वास्थ्य केंद्र में इलाज न करवाकर सरोना के एक झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करवा रहे थे. बच्ची की स्थिति में किसी प्रकार का सुधार नहीं हुआ बल्कि स्थिति और बिगड़ गई, जिससे बच्ची की मौत हो गई. मामले की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग गांव जाकर बच्ची के परिजनों से पूछताछ कर रही है.

झोलाछाप कर रहे इलाज, स्वास्थ्य विभाग सुस्त
जिले में झोलाछाप डॉक्टर लोगों का इलाज कर रहे हैं. यह जानते हुए स्वास्थ्य विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. जिले में बिना लाइसेंस के भी कई क्लिनिक चल रहे हैं, लेकिन इन पर अब तक कोई कार्रवाई होती नजर नहीं आ रही है.

Intro:कांकेर - जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर मुड़पार गांव में लापरवाही के चलते 9 साल के मासूम की मौत हो गई है , मासूम पिछले कुछ दिनों से मासूम उल्टी दस्त से पीड़ित थी जिसका इलाज परिजन एक अप्रशिक्षित झोला छाप डॉक्टर से करवा रहे थे । Body:मुड़पार में अपने मामा के यहां रहकर पढ़ाई कर रह शीतल सरोज की तबियत कुछ दिनो से ठीक नही थी , उसे उल्टी दस्त की परेशानी थी जिसे परिजन शसकीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाने के बजाय सरोना के एक झोला छाप डॉक्टर के पास ले गए , बच्ची की स्तिथि में कोई सुधार नही हुआ और आज उसकी मौत हो गई , मामले की जानकारी मिलने ने बाद स्वास्थ्य अमला मुड़पार पहुचा है और परिजनों से पूछताछ की जा रही है ।
Conclusion:धड़ल्ले से चल रहा झोला छाप डॉक्टरों का कारोबार
जिले में झोला छाप डॉक्टरों का कारोबार धड़ल्ले से जारी है इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है। जिले में बिना लाइसेंस कई क्लिनिक चल रहे है लेकिन इन पर अब तक कोई कार्यवाही होती नजर नही आ रही है , जिससे झोला छाप डॉक्टर लोगो की जान से खिलवाड़ कर रहे है।

बाइट- लाल चंद बच्ची का मामा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.