कांकेर: नक्सलियों की ओर से मनाए जा रहे शहीदी सप्ताह में बुधवार को एक बार फिर नक्सलियों ने ब्लॉक मुख्यालय के नजदीक बैनर लगाकर दहशत फैलाने की कोशिश की है. नक्सलियो ने अंतागढ़ के नवागांव के पास लकड़ी का स्मारक लगाया है और बैनर लगाकर शहीदी सप्ताह गांव-गांव में मनाने एलान किया है.
बता दें कि इसके पहले नक्सलियो ने जिला मुख्यालय और पखांजूर मुख्यलय के पास बैनर लगाए थे. नक्सलियों के बैनर-पोस्टर लगाए जाने से पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. नक्सलियो के शहीदी सप्ताह के बीच पुलिस सर्च अभियान चला रही है. लेकिन नक्सली मुख्यालयों के पास ही दहशत फैलाने में कामयाब हो रहे हैं. जानकारी के मुताबिक पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग रही है. जिससे कहीं ना कहीं पुलिस के सूचना तंत्र पर सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर नक्सली सहयोगी मुख्यालयों के पास तक कैसे पहुंच रहे हैं.
नक्सली शहीदी सप्ताह: नक्सली कैंप ध्वस्त, भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद
पखांजूर में टेप रिकॉर्डर लगाकर भागे थे नक्सली
शहीदी सप्ताह के ठीक एक रात पहले नक्सली पखांजूर थाना से महज 3 किलोमीटर दूर बैनर लगाकर मौके पर टेप रिकॉर्डर में नक्सली गीत लगाकर भाग निकले थे. वहीं जिला मुख्यालय के भी बेहद नजदीक तक नक्सली बैनर लगाने में कामयाब हो गए थे. जो कि पुलिस के लिए चिंता का विषय है.
डीआरजी ने बीजापुर में ध्वस्त किया था कैंप
बता दें कि 28 जुलाई से 3 अगस्त तक नक्सलियों ने शहीद सप्ताह मनाने का ऐलान किया है. इस बीच पुलिस अपने स्तर पर अभियान चला रही है. शहीद सप्ताह के पहले दिन डीआरजी के जवानों ने बीजापुर में नक्सली कैंप को ध्वस्त करने में सफलता पाई थी. साथ ही पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में विस्फोटक और नक्सली सामान बरामद किया था. लेकिन इसके बाद भी नक्सलियों को इस तरह से मुख्यालय के पास यूं बैनर लगाना कई सवाल खड़े करता है.