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ग्राउंड जीरो पर ETV BHARAT : बौखलाए नक्सली अब आम जनता को बना रहे निशाना

कांकेर में नक्सलियों द्वारा IED ब्लास्ट करने से एक कंपनी के तीन कर्मचारियों की मौत हो गई है. जिसके बाद इलाके में सक्रिय नक्सलियों पर सवाल उठने लगे हैं. लोगों का कहना है कि अब यहां के नक्सली आम लोगों को भी बिना किसी वजह के अपना शिकार बना रहे हैं. हमले के बाद ETV भारत की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची और जायजा लिया.

IED ब्लास्ट में तीन मजदूर की मौत
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Published : Sep 24, 2019, 7:05 PM IST

Updated : Sep 24, 2019, 10:01 PM IST

कांकेर: अति संवेदनशील ताड़ोकी थाना क्षेत्र के तुमापाल-कोसरुंडा मार्ग पर नक्सलियों के लगाये IED से रेलवे निर्माण कार्य में लगे तीन कर्मचारियों की मौत हो गई है. इस घटना के बाद आम लोगों में नक्सलियों के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है. आम लोगों का कहना है कि नक्सली पहले सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाते थे, लेकिन अब आम लोगों को भी बिना किसी कारण वे नुकसान पहुंचा रहे हैं.

आम लोगों पर भी हमला करने लगे हैं नक्सली

बताया जा रहा है, नक्सलियों ने जहां ब्लास्ट किया है उससे कुछ ही दूरी पर SSB का कैंप है. ब्लास्ट के बाद SSB के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ भी हुई थी, लेकिन नक्सली वहां से भाग निकलने में कामयाब रहे.

रावघाट परियोजना का विरोध कर रहे हैं नक्सली
नक्सली लगातार रावघाट रेलवे परियोजना का विरोध कर रहे हैं, लेकिन काफी समय के बाद नक्सलियों ने इलाके में बड़ी वारदात को अंजाम दिया है. जिस तरह से नक्सलियों ने काम करने वाले मजदूर वर्ग के कर्मचारियों को निशाना बनाया है. उससे साफ है कि नक्सली इस कदर बौखलाये हुए हैं कि वो अब आम आदमी को भी निशाना बनाने से नहीं चूक रहे हैं.

2 साल पहले की थी ठेकेदार की हत्या
रावघाट रेलवे परियोजना में ही काम कर रहे ठेकेदार की 2 साल पहले नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. जिसके बाद काफी समय तक काम बंद पड़ा था. हालांकि बाद में इलाके में कई जगहों पर पुलिस कैंप खोले गए थे, जिसके बाद यहां फिर से काम शुरू हुआ है.

सर्च ऑपरेशन जारी
इलाके में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है. दोनों कैंप से SSB के जवान जंगलों के अंदर सर्चिंग में लगे हुए है. पुलिस के आला अधिकारी भी घटना स्थल पर मौजूद बताये जा रहे हैं. घटना में मारे गए कर्मचारियों का शव अंतागढ़ भेज दिया गया है.

पढ़ें-नक्सलियों ने डीजल टैंकर को ब्लास्ट कर उड़ाया, तीन ग्रामीणों की मौत

ये है पूरा मामला ?

  • मंगलवार सुबह करीब 9 बजे तुमापाल की तरफ से दो हजार लीटर का डीजल टैंकर कुसरुण्डा के पास चल रहे रेलवे निर्माण कार्य में लगी वाहनों के लिए डीजल लेकर जा रही थी.
  • जैसे ही टैंकर कच्चे मार्ग पर बने पुल पर पहुंची नक्सलियों ने आइईडी ब्लास्ट कर दिया.
  • ब्लास्ट से टैंकर में सवार चालक राकेश कोडोपी, तुनेश्वर सिंह और अजय सलाम की मौके पर ही मौत हो गई.
  • ब्लास्ट की आवाज सुन दोनों तरफ से एसएसबी के जवान तत्काल घटना स्थल की तरफ रवाना हुए, जिन्हें देख नक्सली फायरिंग करते हुए मौके से भागने लगे.
  • जवानों और नक्सलियों के बीच लगभग एक घंटे मुठभेड़ चली, लेकिन नक्सली घने जंगल की आड़ लेकर भागने में कामयाब रहे.

कांकेर: अति संवेदनशील ताड़ोकी थाना क्षेत्र के तुमापाल-कोसरुंडा मार्ग पर नक्सलियों के लगाये IED से रेलवे निर्माण कार्य में लगे तीन कर्मचारियों की मौत हो गई है. इस घटना के बाद आम लोगों में नक्सलियों के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है. आम लोगों का कहना है कि नक्सली पहले सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाते थे, लेकिन अब आम लोगों को भी बिना किसी कारण वे नुकसान पहुंचा रहे हैं.

आम लोगों पर भी हमला करने लगे हैं नक्सली

बताया जा रहा है, नक्सलियों ने जहां ब्लास्ट किया है उससे कुछ ही दूरी पर SSB का कैंप है. ब्लास्ट के बाद SSB के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ भी हुई थी, लेकिन नक्सली वहां से भाग निकलने में कामयाब रहे.

रावघाट परियोजना का विरोध कर रहे हैं नक्सली
नक्सली लगातार रावघाट रेलवे परियोजना का विरोध कर रहे हैं, लेकिन काफी समय के बाद नक्सलियों ने इलाके में बड़ी वारदात को अंजाम दिया है. जिस तरह से नक्सलियों ने काम करने वाले मजदूर वर्ग के कर्मचारियों को निशाना बनाया है. उससे साफ है कि नक्सली इस कदर बौखलाये हुए हैं कि वो अब आम आदमी को भी निशाना बनाने से नहीं चूक रहे हैं.

2 साल पहले की थी ठेकेदार की हत्या
रावघाट रेलवे परियोजना में ही काम कर रहे ठेकेदार की 2 साल पहले नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. जिसके बाद काफी समय तक काम बंद पड़ा था. हालांकि बाद में इलाके में कई जगहों पर पुलिस कैंप खोले गए थे, जिसके बाद यहां फिर से काम शुरू हुआ है.

सर्च ऑपरेशन जारी
इलाके में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है. दोनों कैंप से SSB के जवान जंगलों के अंदर सर्चिंग में लगे हुए है. पुलिस के आला अधिकारी भी घटना स्थल पर मौजूद बताये जा रहे हैं. घटना में मारे गए कर्मचारियों का शव अंतागढ़ भेज दिया गया है.

पढ़ें-नक्सलियों ने डीजल टैंकर को ब्लास्ट कर उड़ाया, तीन ग्रामीणों की मौत

ये है पूरा मामला ?

  • मंगलवार सुबह करीब 9 बजे तुमापाल की तरफ से दो हजार लीटर का डीजल टैंकर कुसरुण्डा के पास चल रहे रेलवे निर्माण कार्य में लगी वाहनों के लिए डीजल लेकर जा रही थी.
  • जैसे ही टैंकर कच्चे मार्ग पर बने पुल पर पहुंची नक्सलियों ने आइईडी ब्लास्ट कर दिया.
  • ब्लास्ट से टैंकर में सवार चालक राकेश कोडोपी, तुनेश्वर सिंह और अजय सलाम की मौके पर ही मौत हो गई.
  • ब्लास्ट की आवाज सुन दोनों तरफ से एसएसबी के जवान तत्काल घटना स्थल की तरफ रवाना हुए, जिन्हें देख नक्सली फायरिंग करते हुए मौके से भागने लगे.
  • जवानों और नक्सलियों के बीच लगभग एक घंटे मुठभेड़ चली, लेकिन नक्सली घने जंगल की आड़ लेकर भागने में कामयाब रहे.
Intro:कांकेर - जिले के अति संवेदनशील ताडोकी थानाक्षेत्र के तुमापाल - कोसरुण्डा मार्ग पर नक्सलियों ने आइईडी ब्लास्ट कर रेलवे लाइन निर्माण कार्य मे लगी डीजल टैंकर को उड़ा दिया जिसमें रेलवे लाइन निर्माण कार्य कर रही एक निजी कंपनी के तीन कर्मचारियों की मौत हो गई है बता दे कि जिस जगह नक्सलियों ने ब्लास्ट किया है उसके दोनों पर एसएसबी के कैम्प है । एसएसबी केम्प से महज एक किलोमीटर की दूरी पर नक्सलियों ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया है , ब्लास्ट के बाद एसएसबी के जवानों की नक्सलियों से मुठभेड़ भी हुई लेकिन नक्सली भाग निकलने में कामयाब हो गए ।


Body:सुबह करीब 9 बजे तुमापाल की ओर से 2 हजार लीटर का डीजल टैंकर कुसरुण्डा के पास चल रहे रेलवे ब्रिज निर्माण कार्य मे लगी वाहनों के लिए डीजल लेकर जा रही थी जैसे ही टैंकर कच्चे मार्ग पर बने पूल पर पहुची नक्सलियों ने आइईडी ब्लास्ट कर दिया, ब्लास्ट से टैंकर में सवार चालक राकेश कोडोपी, तुनेश्वर सिंह ,अजय सलाम की मौके पर ही मौत हो गई । ब्लास्ट की आवाज सुन दोनों ओर से एसएसबी के जवान तत्काल घटना स्थल की ओर रवाना हुए थे , जिन्हें देख नक्सली फायरिंग करते हुए मौके से भागने लगे, जवानों ने नक्सलियों का पीछा किया ,इस दौरान जवानों और नक्सलियों के बीच लगभग डेढ़ घण्टे मुठभेड़ चली , नक्सली घने जंगल की आड़ लेकर भागने में कामयाब हो गए है।

सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी
इलाके में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है। दोनों कैम्प से एसएसबी के जवान जंगलों के भीतर तक घुसे हुए है , पुलिस के आला अधिकारी अभी भी घटना स्थल पर मौजूद है । घटना में मारे गए कर्मचारियों के शव अन्तागढ़ के लिए रवाना किये गए है।

लग़ातर रावघाट परियोजना का विरोध कर रहे नक्सली
नक्सली लग़ातर रावघाट रेलवे परियोजना का विरोध करते रहे है, लेकिन काफी समय के बाद नक्सलियों ने इस इलाके में बड़ी वारदात को अंजाम दिया है । जिस तरह से नक्सलियों ने काम करने वाले मजदूर वर्ग के कर्मचारियों को निशाना बनाया गया है उससे साफ है कि नक्सली इस कदर बौखलाये हुए है कि वो अब आम आदमी को भी निशाना बनाने से नही चूक रहे है ।


Conclusion:2 साल पहले की थी ठेकेदार की हत्या
रावघाट रेलवे परियोजना में ही काम कर रहे ठेकेदार की 2 साल पहले नक्सलियों ने हत्या कर दी थी , जिसके बाद काफी समय तक काम बंद पड़ा था , जिसके बाद इलाके में चप्पे चप्पे पर कैम्प खोले गए है ,बावजूद इसके नक्सलियों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया है , और दो कैम्प के बीच मे आइईडी ब्लास्ट किया है ।

पीटीसी
Last Updated : Sep 24, 2019, 10:01 PM IST
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